सहारा समूह ने बेची घरेलू संपत्तियां, सुब्रत राॅय को छुड़ाने के लिए जुटा रहे 10,000 करोड़
नई
दिल्ली।
सहारा
प्रमुख
सुब्रत
राॅय
को
जेल
से
छुड़ाने
के
लिए
सहारा
समूह
जमानत
की
रकम
जुटाने
में
जुट
गया
है।
सहारा
समूह
वसई
(मुंबई),
पुणे,
जोधपुर
स्थित
तीन
घरेलू
संपत्तियों
को
पहले
ही
बेच
चुका
था।
अब
गुड़गांव
स्थित
जमीन
को
भी
रियल
एस्टेट
कंपनी
के
हाथों
बेच
दिया
है।
सहारा
समूह
ने
गुड़गांव
में
अपनी
185
एकड़
जमीन
करीब
1,211
करोड़
रुपए
में
बेची
है।
सहारा
समूह
की
यह
जमीन
गुड़गांव
के
चौमा
गांव
में
है।
सहारा
ने
इस
जमीन
के
लिए
रियल
एस्टेडट
कंपनी
एम3एम
के
साथ
सौदा
किया
है।
एम3एम
के
अधिकारी
ने
बताया
कि
सहारा
से
मार्केट
प्राइस
पर
जमीन
ली
गई
है।
अधिकारी ने आगे बताया कि अगले छह महीनों में किस्तों पर इस रकम का भुगतान किया जाएगा। कहा कि जमीन का कुल क्षेत्रफल 185 एकड़ है और इसका बिल्ड-अप एरिया 12 लाख वर्ग फुट हैं। कहा कि यह डील सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सहारा समूह को उसकी चार घरेलू संपत्तियों को बेचने की मंजूरी देने के बाद हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय सहारा को जेल से बाहर निकालने के लिए जमानत के लिए जरूरी 10,000 करोड़ रुपए की रकम जुटाने के लिए संपत्तियों को बेचने की मंजूरी दी थी।
सहारा ग्रुप को चार जगह पर जमीन बिक्री से 2,710 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। नौ घरेलू संपत्तियों की लिस्ट में सहारा समूह पहले ही अहमदाबाद की संपत्ति बेचकर 411.82 करोड़ रुपए की राशि जुटा चुका है और यह राशि सेबी के एकाउंट में जमा भी की जा चुकी है। सहारा समूह ने कोर्ट को बताया था कि जोधपुर, चौमा और वसई की संपत्ति के लिए पहले ही सौदे हो चुके हैं और इसके एवज में कंपनी ने आंशिक भुगतान के रूप में 184.5 करोड़ रुपए की राशि जुटा ली है।
डायरेक्ट र ने कहा कि यह जमीन मिक्स यूज डेवलपमेंट से जुड़ी है और प्रॉपर्टी को विकसित करने के बाद इससे 12,000 करोड़ रुपए की आमदनी होने की उम्मीद है।