खुद पर खर्च नहीं करूंगी वेतन, भिक्षा से चलाऊंगी काम, बोलीं प्रज्ञा सिंह
Recommended Video
भोपाल। मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को 3 लाख 64 हजार 822 वोटों के बड़े अंतर से हराने वाली भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि वह सांसद के तौर पर मिलने वाले वेतन का उपयोग देश और जरूरतमंदों के लिए करेंगी, वो उस वेतन को अपने ऊपर खर्च नहीं करेंगी, साध्वी ने ये बात गाजियाबाद में मंगलवार को एएलटी सेंटर में वीर सावरकर की जयंती के एक कार्यक्रम में कही, प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि उनकी जीवन-यापन वैसे ही चलेगा जैसे कि सांसद बनने से पहले चलता था।
भिक्षा से चलाऊंगी काम-प्रज्ञा सिंह ठाकुर
प्रज्ञा ने कहा कि वो पहले भी भिक्षा से अपना जीवन-यापन करती थी और आगे भी उनका काम भिक्षा से ही चलेगा। आपको बता दें कि 17वीं लोकसभा में भोपाल से विजयश्री हासिल करके पहुंची प्रज्ञा ठाकुर ने अपने एफिडेविट में अपने प्रोफशन में भिखारी (Beggar) होने की बात कही है।
यह पढ़ें: संसद में साथ होकर भी साथ नहीं बैठेंगे सनी-हेमा, जानिए क्या है वजह?
भिखारी होने के बावजूद लखपति हैं प्रज्ञा ठाकुर
हालांकि वो भिखारी हैं लेकिन वो लखपति भी हैं, उनके पास कुल 4 लाख 44 हजार और 224 रुपए की संपत्ति है। चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके पास 90 हजार रुपए कैश है। एक बैंक खाते में 88,824 रुपए है, जबकि दूसरे में 11 हजार रुपये जमा हैं। उनका किसी कंपनी में कोई शेयर नहीं है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के पास ना कोई गाड़ी है और इसके अलावा उनके पास 48 हजार के गहने और सोने-चांदी की थाली है।
प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को सच्चा देशभक्त बताया था
साध्वी प्रज्ञा इस बार के लोकसभा चुनाव में मीडिया से लेकर सियासी गलियारों में काफी आलोचनाओं के घेरे में रही हैं, वजह है उनके विवादित बोल, चुनावों से पहले उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को सच्चा देशभक्त बता दिया था, जिस पर काफी बवाल मचा था, हालांकि बाद में साध्वी ने अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए माफी मांग ली थी।
पीएम मोदी ने नहीं किया माफ
लेकिन एक टीवी इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था कि वो बापू के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं और उनके खिलाफ बोलने वाले को मैं दिल से कभी माफ नहीं कर सकता हूं, भले ही उन्होंने( साध्वी) ने माफी मांग ली हो, लेकिन मैं कभी उन्हें माफ नहीं कर पाऊंगा और मोदी अपने इस फैसले पर अडिग भी दिखे क्योंकि बीते शनिवार को संसद के सेंट्रल हाल में जब पीएम मोदी सारे नए सांसदों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे, उस समय जब प्रज्ञा ठाकुर ने उन्हें प्रणाम किया था तो मोदी ने उन्हें इग्नोर कर दिया था।
यह पढ़ें: हार के बाद RJD में घमासान, तेजस्वी और तेजप्रताप को लेकर लालू के खास नेता ने ही उठाए सवाल