रोहिणी आश्रम: बाबा कभी खुद को कृष्ण तो कभी कहता था शिव, बच्चियों से करवाता था मालिश
दिल्ली के रोहिणी में बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम आध्यात्मिक विश्वविद्यालय से लड़कियों को बाहर निकाला जा रहा है। गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग और बाल कल्याण समिति के साथ पुलिस ने कई लड़कियों को आश्रम से निकालकर बाल सुधार गृह भेजा।
नई दिल्ली। दिल्ली के रोहिणी में बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम आध्यात्मिक विश्वविद्यालय से लड़कियों को बाहर निकाला जा रहा है। गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग और बाल कल्याण समिति के साथ पुलिस ने कई लड़कियों को आश्रम से निकालकर बाल सुधार गृह भेजा। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि आश्रम से निकाली गई लड़कियों ने बाबा द्वारा यौन शोषण की बात कही है। रोजाना हो रहे खुलासों में जो चीजें सामने निकलकर आई हैं, उसे देखकर ये मामला काफी हद तक राम रहीम जैसा लग रहा है।
खुद को कृष्ण और लड़कियों को कहता था गोपियां
हुए खुलासों में पता चला है कि बाबा आश्रम में अपने आप को कृष्ण कहता था। वो लड़कियों से कहता था कि वो उसकी 16,000 रानियां हैं। इतना ही नहीं, वो बच्चियों से अपनी मालिश भी करवाता था। बाबा मासूम बच्चियों को गलत तरीके से छूता था और अगर वो विरोध करती थीं तो खुद को कृष्ण कहने लगता था। वो कहता था कि, 'मैं कृष्ण हूं। जैसे उनकी अनेक रानियां थीं, वैसे ही तुम भी मेरी रानी हो।'
कहता था, 'मेरे आशीर्वाद से मोक्ष मिलेगा'
बाबा के घटिया कामों के बारे में एक लड़की ने एनबीटी को बताया। लड़की ने बताया कि बाबा कैसे खुद को भगवान बताकर उनके साथ घटिया काम करता था। लड़की ने कहा, 'मैं कृष्ण हूं और मेरी 16000 गोपियां हैं। मैं शिव हूं और लड़कियां पार्वती हैं। बाबा ने ये भी कहा था कि उनसे आशीर्वाद से ही मोक्ष मिलेगा।' बाबा लड़कियों को कहता था कि बाहरी दुनिया से संबंध रखने से उन्हें पाप लगेगा। ऐसी ही बातों से बाबा लड़कियों को बेवकूफ बनाया करता था।
हाईकोर्ट ने दिए हैं जांच के आदेश
बाबा के नीच काम यहीं नहीं रुकते थे। वो मासूम बच्चियों की प्रॉपर्टी भी हड़पता था। बाबा के इन अनैतिक कामों का खुलासा तब हुआ जब एक परिवार ने एनजीओ की मदद से दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका डाली। इस परिवार की 12 साल की बच्ची आश्रम में फंस गई थी। हाईकोर्ट ने पुलिस को रेड मारने के आदेश दिए थे और अब ये मामला सीबीआई के हाथ में है।
जानवरों जैसी हालत में रहती थीं लड़कियां
वकील नंदिता राव ने हाईकोर्ट की बेंच के आगे आश्रम से जुड़े जो खुलासे किए, वो काफी चौंकाने वाले थे। उन्होंने बताया, '100 से ज्यादा लड़कियां जानवरों जैसी हालत में रह रहीं थीं और उनके पास कोई प्राइवेसी नहीं थी। उन्हें काफी छोटे बॉक्स जैसी जगहों में रखा गया था जहां बिल्कुल भी रोशनी नहीं आती थी। वहां से निकलने का भी कोई रास्ता नहीं था। जहां लड़कियां सोतीं थीं, वहां की भी निगरानी की जाती थी।' उन्होंने कई कैदियों के स्वास्थ्य पर भी आशंका जताई जो मादक पदार्थों के प्रभाव में दिखाई दे रहे थे।
आश्रम में मिलीं कई कई खाली सिरिंज और दवाइयां
जांच में आश्रम में कई खाली सिरिंज और दवाइयां भी मिलीं। इस आश्रम में अधिकतर महिलाएं उत्तर प्रदेश या छत्तीसगढ़ की हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में एक महिला ने आश्रम में अपने साथ हुई बर्बरता के बारे में बताया। 32 वर्षीय महिला ने बताया कि आश्रम का बाबा उसे अपनी 16,000 रानियों में से एक कहता था। 'उसने कई बार मेरा बलात्कार किया। वो कहते थे कि अगर हम बाहरी दुनिया से ताल्लुक रखते हैं, तो हम पाप कर रहे हैं।'
'बाबा ने मुझे बताया कि मैं उसकी 16 हजार रानियों में से एक हूं, मेरा कई बार रेप किया'