लालू यादव के बिहार बंद को जेडीयू ने दिया नया ट्विस्ट, आरजेडी के प्लान की हवा निकल गई
आपको बता दें कि 23 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें जन्म उत्सव का समापन समारोह पटना में मनाया जाना है।
नई दिल्ली। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने 21 दिसंबर को बिहार सरकार के बालू खनन नीति के खिलाफ बिहार बंद का ऐलान किया है, लेकिन बिहार बंद के पहले ही जेडीयू ने इसकी हवा निकाल दिया है। जेडीयू ने लालू के बिहार बंद को एक नया ट्विस्ट देते हुए इसे सिख समाज के खिलाफ करार दिया है। जेडीयू ने आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद ने 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान नीतीश सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि सिख समाज के खिलाफ किया है।
आपको बता दें कि 23 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें जन्म उत्सव का समापन समारोह पटना में मनाया जाना है। प्रकाश पर्व के रूप में गुरु गोविंद सिंह जी का 350 वां जन्मोत्सव पूरे साल मनाया गया और बिहार सरकार शुक्राना समारोह के रूप में साल भर चले इस कार्यक्रम का समापन समारोह मनाने जा रही है, जिसमें शामिल होने के लिए पूरी दुनिया से सिख समुदाय के लोग पटना पहुंचने वाले हैं।
इसी कार्यक्रम को लेकर जेडीयू ने लालू पर हमला बोला है और आरोप लगाया है कि सिखों के इतने बड़े कार्यक्रम से 2 दिन पहले लालू द्वारा बिहार बंद का आह्वान करना सिख समुदाय का अपमान है। जेडीयू ने कहा कि साल भर तक चलने वाले प्रकाश पर्व की शुरुआत जब इसी साल जनवरी में हुई थी तो नीतीश सरकार द्वारा किए गए आयोजन की पूरी दुनिया में तारीफ की गई थी, मगर समापन समारोह के दौरान बिहार बंद का आह्वान करके लालू बिहार को विश्व पटल पर अपमानित करना चाहते हैं।
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि 20 दिसंबर के बाद से सिख समुदाय के लोग ट्रेन और हवाई जहाज के माध्यम से पटना आना शुरू हो जाएंगे, मगर ऐसे में बिहार बंद का आह्वान करना सिख समुदाय के लोगों को न केवल परेशानी में डालना है बल्कि उन्हें अपमानित करना है।
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