RJD नेता तेजस्वी यादव ने क्यों नहीं डाला वोट? BJP-JDU ने ये बताया
नई दिल्ली- आरजेडी (RJD) नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने रविवार को अपना वोट नहीं डाला। उन्होंने खुद मतदान से गायब रहने का कारण नहीं बताया है, लेकिन इसको लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं। अब बीजेपी ने उनके वोट नहीं डालने को लेकर उनपर जोरदार तंज कसा है।
तेजस्वी ने इसलिए नहीं डाला वोट!
बिहार बीजेपी (BJP) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के वोटिंग से गायब रहने पर उन्हें घेरने की कोशिश की है। पार्टी प्रवक्ता निखिल आनंद (Nikhil Anand) ने कहा है कि लालू यादव के बेटे ने इसलिए वोट नहीं डाला क्योंकि,उनके परिवार का कोई भी मेंबर प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं था। उन्होंने यहां तक दावा किया है कि असल में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लीडरशिप को स्वीकार ही नहीं किया है। उधर जेडीयू (JDU) ने उनपर यह कहकर हमला किया है कि वे पूरे बिहार में जेल में सजा काट रहे अपने पिता के नाम पर घूम-घूम कर वोट तो मांगते रहे, लेकिन खुद ऐसा करने में नाकाम हो गए।
वोटिंग के समय कहां गायब हुए तेजस्वी?
हैरानी की बात है कि तेजस्वी के परिवार के सभी सदस्यों ने रविवार को अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। उनकी मां राबड़ी देवी, बहन मीसा भारती जो खुद पाटलिपुत्रा लोकसभा से उम्मीदवार हैं और बड़े भाई तेज प्रताप यादव सभी ने वोट डाले थे। हिंदुस्तान टाइम्स की खबरों के मुताबिक आरजेडी सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी शुक्रवार को चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद ही शहर से बाहर चले गए थे और मतदान के दिन तक नहीं लौटे, इसलिए वोट डालने नहीं पहुंचे। उधर, पार्टी के नेता शिवानंद तिवारी ने अपनी जानकारी के आधार पर बताया था कि वोटर लिस्ट में तस्वीर की गड़बड़ी के कारण शायद वे वोट डाल नहीं सके। हालांकि, चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा है कि अगर वे अपने निर्धारित पोलिंग बूथ पर वोटर पहचान कार्ड के साथ पहुंचते, तो अगर गड़बड़ी थी भी तो उसमें सुधार करके उन्हें वोट देने दिया जा सकता था।
दिग्विजय सिंह की भी हो चुकी है फजीहत
भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी 12 मई को अपना वोट नहीं डाला था। उनका वोट राघोगढ़ में था, लेकिन वो भोपाल में चुनाव पर नजर रखने में व्यस्त रहे। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक उनपर तंज कस चुके हैं। मोदी ने कहा था कि भोपाल में हार की डर से उन्होंने अपना वोट डालने के लिए शहर छोड़कर जाने की हिम्मत नहीं की।
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