गुजरात वाइब्रैंट समिट में रिकॉर्ड 250 अरब का निवेश
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात में शुरु की गयी वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक निवेश सम्मेलन ने इस बार की समिट में निवेश की नयी बुलंदियों को छुआ है। गुजरात वाइब्रैंट समिट के सातवें संस्करण में प्रमुख कंपनियों, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संगठन तथा देशों ने 250 खरब रुपये से अधिक निवेश के वादे किए गए हैं।
गुजरात की मुख्यमत्री आनंदी बेन पटेल ने कहा कि सम्मेलन के प्रथम दो दिनों में रिकार्ड 21 हजार सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। उन्होंने कहा कि दो साल में होने वाले इस सम्मेलन में इस बार 1,225 रणनीतिक साझेदारी के लिए हस्ताक्षर हुए, जो अब तक सर्वाधिक है।
2500
कंपनियों
करेंगी
निवेश
गुजरात
सरकार
के
एक
वरिष्ठ
अधिकारी
ने
कहा
कि
56
देशों
के
2,500
विदेशी
प्रतिनिधिमंडलों
सहित
110
देशों
से
25
हजार
से
अधिक
प्रतिनिधियों
ने
सम्मेलन
में
हिस्सा
लिया।
मुख्यमंत्री
ने
कहा
यह
सम्मेलन
हालांकि
गुजरात
के
लिए
था,
लेकिन
यह
भारत
में
निवेश
के
लिए
आकर्षित
करने
तथा
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
मेक
इन
इंडिया
को
सफल
बनाने
में
मददगार
साबित
होगा।
गुजरात
में
अवसरों
की
धरती
नहीं
बल्कि
अवसर
यहीं
पैदा
होते
हैं
वहीं
केंद्रीय
गृहमंत्री
राजनाथ
सिंह
ने
समिट
में
कहा
कि
पीएम
के
राजनीतिक
मुहावरे
तथा
देश
के
राजनीति
तर्को
को
बदलकर
रख
दिया।
सुशासन
तथा
विकास
के
गुजरात
मॉडल
को
पूरे
देश
द्वारा
अपनाया
जा
सकता
है।
गुजरात
केवल
अवसरों
की
धरती
नहीं
है,
बल्कि
अवसर
यहीं
से
पैदा
होते
हैं।
यूएन
सहित
दुनियाभर
के
देशों
ने
सराहा
गुजरात
वाइब्रैंट
समिट
को
संयुक्त
राष्ट्र
महासचिव
बान
की-मून,
जॉन
केरी,
विश्व
बैंक
अध्यक्ष
जिम
योंग
किम,
भूटान
व
मेसिडोनिया
के
प्रधानमंत्री
तथा
ब्रिटेन,
ऑस्ट्रेलिया,
नीदरलैंड,
जापान,
कनाडा,
सिंगापुर
एवं
अन्य
देशों
के
मंत्रियों
ने
मोदी
के
विचारों
को
सराहा।
अडाणी
करेंगे
25000
करोड़
का
निवेश
वहीं,
गौतम
अडाणी
की
कंपनी
अडाणी
एंटरप्राइजेज
और
अमेरिकी
कंपनी
सनएडिसन
गुजरात
में
सौर
पार्क
की
स्थापना
के
लिए
लगभग
25,000
करोड़
रुपये
(4
अरब
डॉलर)
निवेश
करेगी।
इस
निवेश
से
20,000
नए
रोजगार
के
अवसर
पैदा
होंगे।
अडाणी समूह ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियां देश में सबसे बड़े एकीकृत सौर फोटोवोल्टेइक उत्पादन इकाई की स्थापना के लिए संयुक्त उपक्रम स्थापित करेंगी। अडाणी पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनीत एस. जैन ने कहा कि उत्पादन इकाई से देश में सौर ऊर्जा विकास के लिए पर्याप्त सौर पैनलों का उत्पादन होगा।