छत्तीसगढ़: चुनावों से पहले रमन सिंह से मिले प्रत्याशी, बागी बन सकते हैं बड़ी परेशानी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नवंबर महीने में दो चरणों में चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। एकात्म परिसर में गुरुवार को हुई बैठक में मिशन 65 को लेकर प्रत्याशियों को जीत के मंत्र दिए गए। बैठक में डॉ. रमन सिंह, सौदान सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि उन्हें कैसे चुनाव लड़ना है और अपने विधानसभा क्षेत्र में कैसी तैयारियों के साथ मतदाता के पास जाना है।
मीटिंग में वरिष्ठ नेताओं ने सभी 78 प्रत्याशियों से कहा कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में बागी की समस्या है उसे सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा वरिष्ठ नेताओं ने उम्मीदवारों को यह भी बताया है कि अगर बागी चुनाव लड़ते हैं तो उनसे कैसे निपटा जाए। भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों को स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया डेटाबेस भी उपलब्ध कराया है जिसमें विधानसभा की जानकारी है। इसके आधार पर वे चुनाव प्रचार कर सकते हैं साथ ही उन्हें आ रही समस्याओं से निपटने में भी मदद मिलेगी।
पार्टी द्वारा दिए गए जानकारी के आधार पर प्रत्याशी चुनाव प्रचार कर सकते हैं। साथ ही उन्हें आ रही समस्याओं से निपटने में भी मदद मिलेगी। आपको बता दें कि भाजपा की गुरुवार की बैठक चुनावी दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। बैठक में समस्त प्रत्याशियों को जीत के मंत्र के साथ ही आचार संहिता का पालन करते हुए चुनावी प्रचार, खर्च करने हेतु भी दिशा-निर्देश दिए गए।
भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची में पुराने चेहरों के साथ कई नए चेहरे भी शामिल किए हैं। पुराने चेहरे वाले प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का अनुभव है, लेकिन कुछ नए चेहरे ऐसे भी हैं जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में उन प्रत्याशियों को चुनाव के दौरान सावधानियां बरतने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, संगठन के वरिष्ठ नेता सौदान सिंह, प्रदेश प्रभारी डा. अनिल जैन, सरोज पांडेय के अलावा भाजपा के समस्त प्रत्याशी भी मौजूद हैं।
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