'NIA को सौंपी गई राजौरी आतंकवादी हमले की जांच', गृह मंत्री अमित शाह ने मृतकों के परिजनों से की फोन पर बात
गृह मंत्री ने कहा कि मृतकों के परिवार वालों से मैंने फोन पर बात की है। मैं उनसे मुलाकात के लिए वहां खुद जाने वाला था लेकिन आज मौसम के कारण हम वहां पहुंच नहीं पाए।
Rajouri terrorist attack Investigation NIA: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकवादी हमले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी गई है। NIA और जम्मू पुलिस दोनों मिलकर इस घटना की जांच करेगी। अमित शाह ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में जितनी भी आतंकवादी घटनाएं हुई हैं उन्हें भी सामने रखते हुए जांच की जाएगी।
जान गंवाने वालों का हौसला देश के लिए उदाहरण
गृह मंत्री ने कहा कि मृतकों के परिवार वालों से मैंने फोन पर बात की है। मैं उनसे मुलाकात के लिए वहां खुद जाने वाला था लेकिन आज मौसम के कारण हम वहां पहुंच नहीं पाए। उनकी बातों को सुना है और मैंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात की है। जान गंवाने वालों का हौसला देश के लिए उदाहरण रूप है।
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सुरक्षित ग्रीड बनाने की तैयारी
अमित शाह ने कहा कि सिक्योरिटी एजेंसी के सभी पहलूओं को और सभी प्रकार की जितनी भी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा में लगी है उनके साथ एक विस्तृत चर्चा हुई है। आने वाले दिनों में एक बहुत सुरक्षित ग्रीड बनाने की तैयारी की जाएगी। BSF, CRPF, सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस सभी मुस्तैद हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादी ग्रुपों के सपोर्ट सिस्टम से लेकर सभी पहलुओं पर चर्चा हुई। संपूर्ण 360 सुरक्षा चक्र बनाने पर चर्चा की गई। हमारी जितनी भी सूचना की एजेंसी हैं, उनसे भी बात की गई है।
बता दें कि जम्मू संभाग के दो प्रमुख जिले राजौरी और पुंछ में बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी एक्टिव हैं। इससे पहले राजौरी में तलाशी अभियान के दौरान एक IED बरामद हुआ था। जिसे तुरंत सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया गया था। इसके अलावा सेना ने 7 जनवरी की रात जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था। इस ऑपरेशन में दो आतंकी मारे गए थे।
भारतीय सेना के मुताबिक मारे गए आतंकियों के पास से एक एके 47 राइफल, एक मॉडिफाई एके 56 राइफल, एक चीनी पिस्तौल, दो चीनी हथगोले और दो उच्च विस्फोटक आईईडी बरामद हुए थे। इस ऑपरेशन को लेकर ब्रिगेडियर पी आचार्य (कमांडर 13 सेक्टर आरआर) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें उन्होंने ऑपरेशन से जुड़ी जानकारियों को साझा किया था।
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