जब सीएम के दावेदार के सामने भाजपा प्रत्याशी ने जोड़ लिए हाथ
जयपुर। विरोधी का सम्मान भारतीय राजनीति की परंपरा रही है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक किस्सा सुनाते हुए बताया था कि वह आज अगर जिंदा हैं तो विपक्षी पार्टी के नेता राजीव गांधी की बदौलत। किसी भी लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए इस प्रकार की घटना गौरव का विषय है, लेकिन भारतीय राजनीति में विरोधी के सम्मान की यह परंपरा इन दिनों खत्म सी होती नजर आ रही है। ऐसे माहौल में राजस्थान के टोंक विधानसभा क्षेत्र की एक तस्वीर आशा की किरण दिखा रही है। यहां दो प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने आए और एक-दूसरे को देखते ही हाथ जोड़ लिए। एक मौजूदा चुनाव में सीएम पद का सबसे बड़ा दावेदार है और दूसरा राजस्थान की मौजूदा सीएम का सबसे बड़ा करीबी। इनके नाम हैं- सचिन पायलट और यूनुस खान। सचिन पायलट कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं, जबकि यूनुस खान को भाजपा ने मैदान में उतारा है। दोनों नेताओं की एक-दूसरे को हाथ जोड़ने वाली तस्वीर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है।
इस तरह आमने-सामने आ गए सचिन पायलट-यूनुस खान
सोमवार को सचिन पायलट और यूनुस खान नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। इस मौके पर दोनों नेताओं के सामने बड़ी संख्या में समर्थक भी थे। पर्चा भरने के बाद जैसे ही सचिन पायलट बाहर निकले तो उनका सामना बाहर खड़े यूनुस से हुआ। अचानक आमने-सामने आने पर दोनों नेता मुस्कुराए और एक-दूसरे के सामने हाथ जोड़कर खड़े हो गए। दोनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने नेताओं को परस्पर विरोधियों का अभिवादन करते देख अभिभूत हो गए। राजस्थान की राजनीति की यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
पर्चा भरने के बाद यूनुस खान और सचिन पायलट ने कहीं ये बातें
सचिन पायलट ने टोंक विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से कहा कि बीजेपी ने जनता को धोखा दिया और उसका रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने है। उन्होंने कहा कि नाराज जनता कांग्रेस के लिए मतदान करने को उतावली है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस न केवल टोंक बल्कि समूचे राज्य में अप्रत्याशित बहुमत से प्राप्त करेगी। वहीं, पर्चा दाखिल करने के बाद यूनुस खान ने कहा, 'मैं जाति या धर्म पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा। सचिन जब मुझसे मिले तो मैंने उनके चेहरे पर तनाव देखा। हम दोनों ही उम्मीदवार के रूप में टोंक की धरती पर पहली बार आए हैं।'
कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता सचिन पायलट को टोंक से इसलिए दिया टिकट
टोंक विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल है। यहां पर 40 हजार से ज्यादा मुस्लिम हैं। 30 हजार के करीब गुर्जर, 35 हजार अनुसूचित जाति और 15 हजार माली जाति के मतदाता हैं। कांग्रेस यहां मुस्लिम उम्मीदवार को ही टिकट देती आई है, लेकिन इस बार सचिन पायलट को मैदान में उतारा है। मुस्लिम वोटरों का समर्थन कांग्रेस को मिलता रहा है और सचिन पायलट गुर्जर समुदाय से आते हैं। ऐसे में उनकी जीत के समीकरण काफी मजबूत हो जाते हैं।
इस बार बदल दी गई यूनुस खान की सीट, समर्थकों में नाराजगी
राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट पर लंबे समय से कांग्रेस पार्टी मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में उतारती रही है, लेकिन इस बार पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को टिकट दिया है। दूसरी ओर भाजपा ने इस बार टोंक विधानसभा क्षेत्र से इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार यूनुस खान को उतारा है। यूनुस खान सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते हैं। यूनुस खान पिछले तीन विधानसभा चुनावों में डीडवाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते आ रहे थे। वह डीडवाना से 2003 में जीते, 2008 में हार गए थे, लेकिन 2013 में वह डीडवाना से जीतने में सफल रहे थे। इस बार उन्हें डीडवाना से टिकट नहीं मिला, इस वजह से उनके समर्थकों में काफी रोष व्याप्त हैं।
इस बार बदल दी गई यूनुस खान की सीट, समर्थकों में नाराजगी
राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट पर लंबे समय से कांग्रेस पार्टी मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में उतारती रही है, लेकिन इस बार पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को टिकट दिया है। दूसरी ओर भाजपा ने इस बार टोंक विधानसभा क्षेत्र से इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार यूनुस खान को उतारा है। यूनुस खान सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के बेहद करीबी माने जाते हैं। यूनुस खान पिछले तीन विधानसभा चुनावों में डीडवाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते आ रहे थे। वह डीडवाना से 2003 में जीते, 2008 में हार गए थे, लेकिन 2013 में वह डीडवाना से जीतने में सफल रहे थे। इस बार उन्हें डीडवाना से टिकट नहीं मिला, इस वजह से उनके समर्थकों में काफी रोष व्याप्त हैं।