
उदयपुर हत्याकांड पर बोले राजस्थान DGP: दावत-ए-इस्लामी के संपर्क में मुख्य आरोपी, 2014 में गया था पाकिस्तान
नई दिल्ली, 29 जून : राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों ने हिंदू टेलर कन्हैया लाल की गला रेतकर हत्या मामले में अब पाकिस्तान का भी लिंक सामने आया है। इस बीच राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठेर ने बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि अब तक दो लोग मुख्य आरोपी हैं। उनके अलावा तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। ये लोग मुख्य आरोपी के संपर्क में थे।

डीजीपी लाठेर ने बताया कि मुख्य आरोपी दावत-ए-इस्लामी संगठन के संपर्क में थे। उनमें से एक 2014 में संगठन से मिलने पाकिस्तान के कराची भी गया था। हम सिर कलम की घटना को आतंकी कृत्य मान रहे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसे (एएनआई)को केस ट्रांसफर कर दिया गया है। राजस्थान पुलिस जांच में एएनआई को सहयोग करेगी। साथ ही डीजीपी ने बताया कि एएसआई और एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने इस घटना से पहले शांत स्थापित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई नहीं की। कहा कि एएसआई और एसएचओ की घोर लापरवाही सामने आई है। जिसकी वजह से उन्हें सस्पेंड किया गया है।
दावत-ए -इस्लाम से जुड़े थे आरोपी
जिन दो कट्टरपंथियों ने टेलर की हत्या की है वो कराची के सुन्नी इस्लामिस्ट ऑर्गेनाइजेशन दावत-ए -इस्लाम से जुड़े थे। इसका लिंक बरेलवी इस्लामिक तहरीक एक लब्बेक संगठन से जुड़ा है। जो पाकिस्तान में कट्टरपंथी संगठन है। रियाज पेशे से वेल्डर है, जिसने हत्या के लिए चाकू तैयार किया था। उसने इस चाकू को पैगंबर के विवाद से बहुत पहले तैयार किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी
गौर करने वाली बात है कि दोनों आरोपियों ने 17 जून को ही एक वीडियो शेयर करके कहा था कि वह मोहम्मद साहब का अपमान करने वालों का सर तन से जुदा कर देंगे। कन्हैया लाल की हत्या के बाद यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है। दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी दी है। जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों ही आरोपी सूफी बरेलवी जोकि सुन्नी इस्लाम को मानने वाला है उससे संबंध रखते हैं। बहरहाल दोनों के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच एनआईए कर रही है।