रेल नीर घोटाला: राजधानी और सुपरफास्ट ट्रेनों में बेचता था सस्ता पानी, ED ने जब्त की 17.55 करोड़ की संपत्ति
नई दिल्ली। भारतीय रेल की राजधानी समेत अन्य सुपफास्ट ट्रेनों में यात्रियों को रेल नीर के बजाए सस्ता पानी बेचने के मामले में ईडी ने कैटरर की 17.55 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है। ट्रेनों में रेल नीर के स्थान पर सस्ता सीलबंद पानी बेचने मामले में बड़ा घोटाला सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कैटरिंग फर्मो की 17.55 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त कर ली हैं।
ट्रेनों में रेल नीर के बजाए बेचता था सस्ता पानी
IRCTC ने ट्रेनों में रेल नीर बांटने का नियम बना रखा है, लेकिन कैटरर फायदे के टक्कर में यात्रियों के बीच रेल नीर के बजाए सस्ता सीलबंद पानी बांटते रहे। ईडी ने इस मामले में कैटरिंग फर्मों की 17.55 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने एक बयान जारी कर बताया कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कैटरिंग फर्मों पर एक्शन लिया गया है।
इन कैटरिंग फर्म पर लिया गया एक्शन
ईडी ने मैसर्स आरके एसोसिएट्स एंड होटेलियर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सत्यम कैटरर्स प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स बृंदावन फूड प्रोडक्ट्स लिमिटेड, मैसर्स फूड वर्ल्ड, मैसर्स आरडी शर्मा, मैसर्स पीके डेलिकेसीस और मैसर्स दून कैटरर्स के खिलाफ एक्शन लिया और प्रोविजनल ऑर्डर फॉर अटैचमेंट ऑफ एसेट्स जारी कर उसकी 17.55 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है।
क्या कहती है जांच एजेंसी की रिपोर्ट
रेल यात्रियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले लाइसेंस धारक कैटरिंग फर्मों ने रेल नीर के बजाए अन्य सस्ते ब्रांड के पानी की बोतलों की ट्रेनों में आपूर्ति के बदले रेलवे विभाग से प्राप्त धनराशि का शोधन किया। इसे आपराधिक आय की संज्ञा दी गई और सात लाइसेंस धारकों के बैंक खातों और सावधिक जमा राशि को पीएमएलए के प्रावधानो के तहत जब्त करने का आदेश दिया।
रेल यात्रियों के लिए नई सुविधाएं
रेलवे ने यात्रियों के सफर को सुविधाजनक बनाने के लिए दो नए ऐप लॉन्च किए हैं।रेलमंत्री पीयूष गोयल ने 'रेल मदद' और 'मेन्यू ऑन रेल' नाम से दो ऐप लॉन्च किए । मेन्यू ऑन रेल ऐप की मदद से आप सफर के दौरान खाने-पीने की चीजों के बारे में सभी जानकारी ले सकेंगे। आप ट्रेन में खाने के उपलब्ध मेन्यू के साथ-साथ उनकी रेट लिस्ट भी देख सकेंगे।