जानिए वो चौंकाने वाले कोडवर्ड जिसके जरिए डेरा समर्थकों ने फैलाई थी हिंसा
पंजाब पुलिस ने ने राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हिंसा करने की पूर्व नियोजित योजना का पर्दाफाश करने का दावा किया है।
नई दिल्ली। गुरमीत राम रहीम को सीबीआई की विशेष अदालत से दोषी ठहराए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा में जो जबर्दस्त हिंसा हुई वो कोई अचानक नहीं हुई थी। उसके लिए पूरी प्लानिंग की गई थी। पुलिसिया जांच में ये खुलासा हुआ है कि हिंसा डेरा समर्थकों ने हिंसा फैलाने के लिए अजब-गजब कोड बनाए थे। टमाटर तोड़ दो, सब्जी तैयार है जैसे कोडवर्ड से पंजाब और हरियाणा में हिंसा फैलाई गई थी।
'टमाटर तोड़ दो, सब्जी तैयार है'
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबा के दोषी करार दिए जाने के बाद पंजाब के बठिण्डा में हिंसा शुरू करने के लिए टमाटर तोड़ दो कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था। संगरूर में हिंसा फैलाने के लिए सब्जी तैयार है, बरतानी है, और लेबर तैयार है, निहान पैतानी हन कोडवर्ड का इस्तेमाल किया गया था।
पूर्व नियोजित थी हिंसा
पंजाब पुलिस ने ने राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हिंसा करने की पूर्व नियोजित योजना का पर्दाफाश करने का दावा किया है। साथ ही इस साल बनाई गई डेरा फॉलोअर्स की कमेटी के सभी सात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जो हिंसा फैलाने लिए बनाई गई थी। इस कमेटी को डेरा सच्चा सौदा की 45 सदस्यीय राजनीतिक शाखा द्वारा बनाया गया था। इस समिति के सदस्यों ने प्रत्येक जिले में डेरा के अनुयायियों को पांच सदस्यीय समितियां बनाने के लिए कहा, जिन्होंने ब्लॉक-स्तरीय प्रमुखों को अपने निर्देशों का पालन करने के लिए चार या पांच युवक चुनने को कहा था।
संगरुर के लिए एक पूरी टीम थी
मुक्तसर के एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि डेरा के फॉलोअर्स के खिलाफ मुक्तसर में 5 एफआईआर दर्ज किए गए है। संगरुर के एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि इन कोड्स का इस्तेमाल डेरा के शीर्ष लोग कर रहे थे। संगरुर के लिए एक पूरी टीम थी। इसमें मोगा के पृथ्वी सिंह और संगरुर के दूनि चंद थे।
हिंसा में 38 लोगों की मौत
आपको बता दें कि पंचकूला हिंसा में अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है। पंचाकूला में ये हिंसा तब हुई जब 25 अगस्त को सीबीआई की विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दो साध्वियों से रेप के मामले में दोषी पाया था। अदालत के इस फैसले के बाद पंचकूला जल उठा था। गुरमीत राम रहीम को दोषी ठहराए जाने से पांच राज्यों में हिंसा फैली थी।