#PunjabCivicPolls: कांग्रेस ने किया क्लीन स्वीप, सिद्धू बोले- राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पहली जीत
पाटियाला 60 सीटों में से 56 पर कांग्रेस जीत दर्ज कर चुकी है वहीं जालंधर के 80 सीटों में से 63 पर कांग्रेस ने अपना परचम लहरा दिया है।
नई दिल्ली। पंजाब नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है। तीनों निगमों पर कांग्रेस का कब्जा हो गया है। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब नगर निकाय में कांग्रेस की जीत पर ट्वीट कर कहा 'हमें पंजाब नगर निकाय चुनाव में समर्थन देने के लिए मैं तहे दिल से पंजाब के लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं। कांग्रेस की जीत का सीधा इशारा हमारी पॉलिसी की जीत और विपक्ष के झूठे प्रचार की हार है।' वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि आम आदमी पार्टी का बुलबुला फूट गया है। अकाली दल गलत बातें करके अपनी मजाक उड़वा रहे हैं।पंजाब के लोगों को बहुत-बहुत बधाई कि उन्होंने अपना संयम नहीं खोया। वहीं कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने कहा है कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस की यह पहली जीत है।
कांग्रेस को बंपर जीत
पाटियाला 60 सीटों में से 56 पर कांग्रेस जीत दर्ज कर चुकी है वहीं जालंधर के 80 सीटों में से 63 पर कांग्रेस ने अपना परचम लहरा दिया है। अमृतसर की 81 सीटों में से 45 पर कांग्रेस के प्रत्याशी जीत चुके हैं। निकाय चुनाव के नतीजों में कांग्रेस को बंपर जीत मिली और 32 में से 31 सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।
राहुल ने इस पहली जीत का स्वाद चखा है
पूरे राज्य में कांग्रेस ने जीत का जश्न मनाया और अमृतसर निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत पर कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिला। पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मौके पर कहा, 'कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर राहुल ने इस पहली जीत का स्वाद चखा है, और कैप्टन की यह तीसरी जीत है।'
संगठित तरीके से बूथ कैप्चर किया गया
पंजाब में 17 दिसंबर को तीन नगर निगमों, 32 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव होने के बाद अब परिणाम आए हैं। इस करारी हार पर पूर्व डेप्युटी सीएम सुखबीर बादल ने आरोप लगाया है कि चुनाव के दौरान संगठित तरीके से बूथ कैप्चर किया गया है। उन्होंने कहा, 'यह संगठित तरीके से बूथ कैप्चरिंग है। हमने चुनाव आयोग से कहा है कि वे हमारे उम्मीदवारों को नामांकन नहीं भरने दे रहे। 20 प्रतिशत उम्मीदवार नामांकन नहीं भर पाए। कुछ नाम खारिज कर दिए गए और कुछ उम्मीदवार गिरफ्तार कर लिए गए लेकिन राज्य चुनाव आयोग ने कुछ नहीं किया।'
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