पुलवामा हमला: सेना ने 100 घंटों के अंदर मारे सारे आतंकी, एनकाउंटर के बीच अगर कोई आया तो जान से जाएगा
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श्रीनगर। इंडियन आर्मी ने 100 घंटों के अंदर ही सेना ने सीआरपीएफ कॉन्वॉय पर हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया है। सेना की ओर से मंगलवार को बताया गया है कि उसने पुलवामा में हुए इस दिल दहला देने वाले आतंकी हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद के सभी आतंकियों को ढेर कर दिया है। अब घाटी में जैश का कोई कमांडर जिंदा नहीं बचा है। इसके साथ ही सेना की ओर से वॉर्निंग दी गई है कि जो भी घाटी में बंदूक उठाएगा उसे ढेर कर दिया जाएगा। 14 फरवरी को सीआरपीएफ के कॉन्वॉय पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। यह एक आत्मघाती हमला था जिसे जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था। आदिल, पुलवामा के ही कोकरेगांव का रहने वाला था।
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एनकाउंटर के बीच में न आए कोई भी
मंगलवार को सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना की कश्मीर स्थित चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लन की ओर से कई अहम जानकारियां मीडिया को दी गईं। ब्रिगेडियर सिंह चोट के चलते छुट्टी पर थे लेकिन वह अपनी छुट्टी कैंसिल करके ड्यूटी पर लौटे और उन्होंने अपने जवानों का हौसला बढ़ाया। ब्रिगेडियर सिंह ने कहा, 'मैं आपको बताना चाहूंगा कि पुलवामा आतंकी हमले के 100 घंटे के अंदर ही हमने घाटी में जैश के नेतृत्व को खत्म कर दिया है। इसे पाकिस्तान से हैंडल किया जा रहा था।' उन्होंने स्थानीय लोगों को चेतावनी भी दी और कहा कि जो भी बंदूक उठाएगा या घुसपैठ करेगा उसे ढेर कर दिया जाएगा। इसके अलावा सेना के एनकाउंटर के बीच भी जो भी आया उससे भी निबटा जाएगा।
मां अपने बेटे को समझाए नहीं तो जाएगी जान
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के लिए जिस प्रकार के कार बम का प्रयोग हुआ था, उस तरह का कार ब्लास्ट कई वर्षों पहले कश्मीर में देखा गया था। लेफ्टिनेंट जनरल के मुताबिक सेना ने इस तरह के सभी हमलों से निबटने के सभी विकल्प खुले रखे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने कहा कश्मीर में एक मां का रोल काफी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा, 'मैं मीडिया के जरिए कश्मीर की हर मां से आग्रह करना चाहूंगा कि वे अपने बेटों को आतंकवाद का हिस्सा बनने से रोकें और उन्हें मुख्यधारा में लेकर आए। जो कोई भी बंदूक उठाएगा उसे मार दिया जाएगा अगर वह सरेंडर नहीं करता है तो।' लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने बताया कि हमले का मास्टरमाइंड गाजी भी इस हमले में मारा गया है।
बदलेंगे आम वाहनों के लिए हाइवे पर नियम
वहीं सीआरपीएफ के सीनियर ऑफिसर जुल्लिफकार हसन भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह घटना एक आम सिविलियन गाड़ी जिस पर आईईडी था, उसकी वजह से हुई है। उन्होंने बताया कि हाइवे पर आरओपी की वजह से उसे सुरक्षित किया गया था लेकिन अब सिविलियन कारों के लिए एसओपी को बदला जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने पुलवामा हमले के बाद देशभर में कश्मीरी छात्रों पर हो रहे हमलों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि कई कश्मीरी छात्रों ने उन्हें अप्रोच किया है। सीआरपीएफ ने एक हेल्पलाइन भी शुरू की है जिसका नंबर 14411 है। इस नंबर पर कॉल करके वह मदद मांग सकते हैं। वहीं कश्मीर के आईजीपी एसपी पाणी ने कहा है कि हाल के कुछ दिनों में आतंकियों की भर्ती में काफी कमी आई है। पिछले तीन माह में कोई भी भर्ती नहीं दर्ज हुई है।