पुलवामा: एनकाउंटर में ढेर हुआ फौजी से हिजबुल आतंकी बना जहूर ठाकुर
श्रीनगर। शनिवार को दक्षिण कश्मीर में एक और एनकाउंटर हुआ और इसमें फिर से सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। इस एनकाउंटर में एक जवान भी शहीद हो गया। इस मुठभेड़ में पूर्व सैनिक रहा जहूर ठाकुर भी ढेर हो गया है। जहूर टेरिटोरियल आर्मी का जवान था और इस वर्ष जुलाई में अपनी सर्विस राइफल और बाकी हथियारों के साथ लापता हो गया था। जहूर 13 अक्टूबर में हुए एनकाउंटर में भाग निकलने में सफल हो गया था लेकिन शनिवार को सुरक्षाबलों ने उसे ढेर कर दिया। यह भी पढ़ें-हैदर में नजर आया साकिब बना लश्कर का आतंकी, एनकाउंटर में हुआ ढेर
कौन था जहूर ठाकुर
जहूर अहमद ठाकुर 173 टेरिटोरियल आर्मी का जवान था। जुलाई में खबरें आई थीं कि जहूर अपने पास मौजूद हथियारों के साथ फरार हो गया था। कई दिनों तक उसका कुछ पता नहीं लग सका। जहूर बारामुला से गायब हुआ था और उसके पास एके-47 समेत कुछ और हथियार भी थे। बारामूला के गैंटमूला इलाके में उसकी यूनिट थी और यहां से वह रात में गायब हो गया था। जहूर ठाकुर पुलवामा का ही रहने वाला था। उसकी तलाश के लिए घाटी में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था। किसी को भी इस बात की खबर नहीं हो सकी थी कि आखिर जहूर ने यूनिफॉर्म छोड़कर आतंकी संगठन को क्यों ज्वॉइन किया।
सोशल मीडिया पर वायरल जहूर की फोटो
घाटी में पिछले कई माह में पुलिसकर्मी आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं। जहूर के गायब होने के बाद से ही इस बात की आशंका जताई गई थी कि हो सकता है वह हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया हो। पुलिस की ओर से तब कहा गया था कि आतंकी संगठन 40 से ज्यादा स्थानीय आतंकियों की भर्ती की योजना बना रहा है। इसके कुछ समय बाद ही जहूर की फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें उसने एके-47 ली हुई थी। इसके अलावा हिजबुल की ओर से भी एक बयान जारी किया गया था।
हिजबुल ने जारी किया था बयान
हिजबुल प्रवक्ता सलीम हाशमी ने अपने बयान में कहा था, 'जहूर अहमद ठाकुर ने हमारा संगठन ज्वॉइन कर लिया है। भारतीय एजेंसियां और नरेंद्र मोदी की सरकार अल-कायदा और आईएसआईएस जैसे संगठनों को कश्मीर में लाने की कोशिश कर रही है। यह बस कश्मीर में जारी आजादी की लड़ाई को बदनाम करने की कोशिश है।' सलीम हाशमी ने कहा था कि इस तरह का कोई भी संगठन कश्मीर में नहीं है और न ही इनका आजादी की लड़ाई में कोई रोल है।