लोकसभा चुनाव 2019- हमीरपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा पर इस वक्त भाजपा का कब्जा है, साल 2014 में यहां पर बीजेपी के कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने सपा के बिशंभर प्रसाद निषाद को 2,66,788 वोटों से हराकर ये सीट अपने नाम की थी। हमीरपुर जिला चित्रकूट धाम बांदा मंडल का हिस्सा है, यह 4,121 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है| हमीरपुर वर्तमान में यूपी का 34वां जिला है, जिसे पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के तहत फंड मिलता है। हमीरपुर की आबादी का 91.46% हिस्सा हिन्दू धर्म में जबकि 8.26% हिस्सा मुस्लिम धर्म में आस्था रखता है, हमीरपुर निर्वाचन क्षेत्र 1967 में अस्तित्व में आया था, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय में भी इस जगह भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है, हमीरपुर में प्रति 1000 पुरुषों पर 876 महिलायें है, हमीरपुर की साक्षरता दर 68.77% है जिनमे पुरुषों की साक्षरता दर 79.76% और महिलाओं की साक्षरता दर 55.95% है।
इस लोकसभा क्षेत्र में यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती है- हमीरपुर, राठ, महोबा, चरखारी, तिंदवारी। जिसमें से राठ विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1952 से लेकर 1971 तक इस सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दबदबा रहा, 1977 में अपनी छठी जीत तालाश रही कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी भारतीय लोकदल के तेज प्रताप ने जीत दर्ज करके फेरा लेकिन 1980 और 1984 में यहां कांग्रेस ही जीती लेकिन 1989 में जनता दल के प्रत्याशी ने इस सीट पर कब्ज़ा किया। 1991 में विश्वनाथ शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी को हमीरपुर में पहली जात दिलाई इसके बाद बीजेपी ने यहां लगातार तीन बार जीत दर्ज की और 1998 तक यह सीट उसके ही पास रही। 1999 में बसपा प्रत्याशी अशोक चंदेल ने यहां कब्जा किया तो वहीं 2004 में यहां सपा को लोगों ने चुना था। 2009 में यह सीट वापस बसपा के पास आ गई| लेकिन साल 2014 में इस सीट पर भाजपा ने कब्जा कर लिया और कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल एमपी बने।
कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल का लोकसभा में प्रदर्शन
चंदेल वित्त सम्बन्धी मामलो की स्थाई समिति के सदस्य भी हैं, मौजूदा लोकसभा में जहां उपस्थिति का राष्ट्रीय औसत 80% है तो वहीं कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल की सदन में उपस्थिति 97% है, इन्होने अबतक 465 प्रश्न पूछे है और 1835 चर्चाओं में हिस्सा लिया है, पुष्पेन्द्र चंदेल ने अबतक 23 निजी सदस्य बिल पेश किए हैं। साल 2014 के चुनावों में यहां सपा दूसरे, बसपा तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर रही थी।