सिंधिया को लेकर सामने आया प्रशांत किशोर का ट्वीट, कहा- मैं हैरान हूं कि जो लोग गांधी परिवार...
जेडीयू के पूर्व उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में कहा है कि सरनेम के अलावा सिंधिया के पास दिखाने के लिए...
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की सियासत में ठीक होली के दिन उस वक्त एक नया रंग देखने को मिला, जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सिंधिया के इस्तीफा देते ही प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया और देखते ही देखते 22 विधायकों ने अपने इस्तीफे राज्यपाल को भेज दिए। इस पूरे घटनाक्रम के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। हालांकि सीएम कमलनाथ ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया कि उनके पास बहुमत है और सरकार पूरी तरह सुरक्षित है। इस बीच जेडीयू के पूर्व उपाध्यक्ष और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है।
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'सिंधिया के पास दिखाने के लिए बहुत थोड़ा काम'
मध्य प्रदेश के घटनाक्रम पर ट्वीट करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, 'मैं हैरान हूं कि जो लोग अक्सर यह कहकर आपत्ति उठाते हैं कि सरनेम की वजह से ही गांधी परिवार कांग्रेस का नेतृत्व करता है, वही लोग आज सिंधिया के पार्टी छोड़ने को कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका बता रहे हैं। तथ्य यह है कि अपने सरनेम के अलावा सिंधिया के पास एक जननेता, राजनीतिक आयोजक और प्रशासक के तौर पर दिखाने के लिए बहुत थोड़ा काम है।' आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बेटे हैं।
22 विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट में सरकार
इससे पहले मंगलवार को मध्य प्रदेश में एक बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। जैसे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर अपने इस्तीफे की जानकारी दी, उसके तुरंत बाद मध्य प्रदेश के 19 कांग्रेस विधायकों ने अपने इस्तीफे राज्यपाल को मेल कर दिए। इन 19 विधायकों के बाद तीन और विधायकों ने भी अपना इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल साहू ने अपना इस्तीफा देने के बाद कहा कि अभी कुछ और विधायक पार्टी से इस्तीफा देंगे, क्योंकि कमलनाथ सरकार में विधायकों की अनदेखी की जा रही है। अचानक हुए इस घटनाक्रम से मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में आ गई है।
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'कमलनाथ सरकार के पास नंबरों की कोई कमी नहीं'
हालांकि कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि निर्दलीय विधायकों का समर्थन उनके साथ है और भाजपा के भी कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं। शोभा ओझा ने कहा, 'कमलनाथ सरकार के पास नंबरों की कोई कमी नहीं है और वो सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे। कुल 4 निर्दलीय विधायक हैं, चारों हमारे साथ हैं। जो सिंधिया जी के साथ गए हैं वो भी हमारे साथ हैं क्योंकि वो समझ रहे हैं कि एक व्यक्ति की महत्वाकांक्षा के चलते उन सबके भविष्य दांव पर हैं। हमारे पास गिनती है, जो हम विधानसभा के पटल पर साबित कर देंगे, नंबर की कोई कमी नहीं है। बेंगलुरु वाले विधायक हमारे साथ हैं, वो कांग्रेस के साथ हैं। भाजपा के विधायक भी हमारे टच में हैं।'
निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा वापस लौटे
वहीं, बुधवार को एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर पहुंचे। सुरेंद्र सिंह शेरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'प्रदेश सरकार बची रहेगी। सभी निर्दलीय विधायक हमारे साथ हैं। जो विधायक बेंगलुरू में हैं, हम उन सभी को वापस लेकर आएंगे।' मामले को लेकर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने भी एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह सुरक्षित और मजबूत स्थिति में है। बाला बच्चन ने बताया कि हर कोई मुख्यमंत्री के संपर्क में है, जल्द ही सबकुछ ठीक हो जाएगा। हम विधानसभा के पटल पर बहुमत साबित करेंगे और हमारी सरकार 2023 तक जारी रहेगी।
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