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PNB Scam: CBI ने बैंक क्लर्क को बनाया आरोपी, पिता बोले बलि का बकरा बनाया जा रहा है बेटे को

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नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक के 114000 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में सीबीआई ने जिस मनोज खरात का नाम आरोपियों की लिस्ट में शामिल किया है, उसके पिता ने सामने आकर सीबीआई के दावे को गलत बताया है। मनोज के पिता हनुमंत खरात का कहना है कि उनके बेटे को जानबूझकर बलि का बकरा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मनोज अभी मुंबई में है और हमने उससे कहा है कि वह सीबीआई की जांच में मदद करे, उसके पास जो भी जानकारी हो वह उन्हे दे।

मेरे बेटे ने गलत नहीं किया

मेरे बेटे ने गलत नहीं किया

हनुमंत अहमद नगर जिला परिषद के सिंचाई विभाग में नौकरी करते हैं, उनका कहना है कि मनोज पिछले कुछ दिनों से परिवार के कुछ सदस्यों से इस मामले के बारे में बात कर रहा था। उसने कहा था कि इस मामले में उसने कुछ गलत नहीं किया है, उसने सिर्फ वही किया है जो उसे अधिकारियों ने निर्देश दिया। मनोज ने हमे आखिरी बार गुरुवार को फोन किया था। हनुमंत ने बताया कि उनके बेटे ने 2014 में पीएनबी में नौकरी शुरू की थी। पुणे कॉलेस से कंप्यूटर इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद उसने बतौर क्लर्क पीएनबी ज्वाइन किया था।

मेरे बेटे के पास अधिकार नहीं

मेरे बेटे के पास अधिकार नहीं

मनोज के पिता ने बताया कि उनके बेटे के खिलाफ जो भी आरोप हैं वह निराधार हैं। मनोज ने अपने पिता को बताया था कि उसके पास उसके पास 25000 से अधिक की राशि के लेन-देन करने का अधिकार नहीं है, लिहाजा उसपर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह निराधार हैं। सीबीआई के अनुसार पीएनबी के तत्कालीन डेप्युटि मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी और सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज ने नीरव मोदी को आठ लेटर ऑफ अंटरस्टैंडिंग जारी किए थे जोकि 280 करोड़ रुपए से अधिक के हैं। यह एलओयू तीन महीने के भीतर जारी किया गए थे। खास बात यह है कि पिछले वर्ष मई माह में शेट्टी के रिटायरमेंट से पहले ये एलओयू जारी किए गए थे, इसपर भुगतान की तारीख जनवरी 2018 है।

सीबीआई हमारे खाते देख सकती है

सीबीआई हमारे खाते देख सकती है

हनुमंत का कहना है कि मेरे बेटे ने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है, सीबीआई चाहे तो मनोज और हमारा बैंक खाता देख सकती है, मेरे बेटे ने सिर्फ अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश का पालन किया। आखिर कैसे एक क्लर्क एलओयू जारी कर सकता है, वह भी इतनी बड़ी राशि का। हम जल्द ही मुंबई जाएंगे और अपने बेटे से मिलेंगे, साथ ही इस मामले की और जानकारी लेंगे। आपको बता दें कि मनोज अविवाहित है और वह मुंबई में 2014 से रह रहा है।

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English summary
PNB Scam Nirav Modi CBI accuses bank clerk but father says he is being made scapegoat. Father questions how can a clerk release LOU of this huge amount.
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