बोली मायावती- दलितों पर पीएम का बयान डैमेज कंट्रोल के अलावा कुछ नहीं
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और राज्यसभा सांसद मायावती ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में दलित से जुड़े क्रूरता के मुद्दे पर बयान देना चाहिए। संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए मायावती ने आरोप लगाया कि दलितों पीएम के हालिया बयान उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर डैमेज कंट्रोल से ज्यादा कुछ नहीं हैं।
पीएम करें एक्शन पर फोकस
मायावती ने दावा किया कि 'हमारी पार्टी चाहती है कि दलितों से सहानुभूति जताने की जगह पीएम उनके खिलाफ एक्शन पर फोकस करें जो दलितों पर अत्याचार कर रहे हैं।' उन्होंने यह मांग भी की कि पीएम मोदी को इस मसले पर सदन में भी बोलना चाहिए। मायावती ने कहा कि अगर वो इस मसले पर बाहर बोल सकते हैं तो वो इसे सदन में कह सकते हैं।
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डैमेज कंट्रोल कर रहे हैं पीएम
मायावती ने यह भी कहा कि रोहिथ वेमुला, उना में युवाओं पर हमले की घटनाओं के चलते भारतीय जनता पार्टी की छवि खराब हो चुकी है, जिस पर स्थिति सुधारने के लिए पीएम के हाल में बयान आए हैं।
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गौरतलब है कि बीते दिनों गुजरात में हुए दलित युवकों पर हमले के चलते देश की राजनीति में गहमा गहमी बढ़ गई है। मानसून सत्र में भी सदन में यह मामला खूब उछला।