यूपी में तेज हुआ दलबदल, 8 विधायकों ने थामा भाजपा का हाथ
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनावों से पहले दलबदल का दौर लगातार जारी है, इस बार 8 मौजूदा विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये हैं। इनमें बसपा, कांग्रेस और सपा तीनों ही अहम पार्टियों के विधायक शामिल हैं जो आज भाजपा में शामिल हुए हैं। इन सभी लोगों का भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने पार्टी में स्वागत किया।
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कांग्रेस से निष्कासित संजय जायसवाल जोकि रुदौली से विधायक हैं ने आज भाजपा का दामन थाम लिया। उनके अलावा बसपा के राजेश त्रिपाठी, बाला अवस्थी, कांग्रेस के विजय दुबे, माधुरी वर्मा व पूर्व विधायक दिलीप वर्मा भी पार्टी में शामिल हुए हैं। सपा से शेर बहादुर यादव ने भी आज भाजपा का दामन थाम लिया है। चंद्र प्रकाश नगर पालिका अध्यक्ष हैं, उनके अलावा ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्यों ने भी आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
मौजूदा विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि हम सभी लोगों का पार्टी में स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सपा सरकार ने जो वादा प्रदेश की जनता से किया था वह उसे पूरा नहीं कर सकी और पार्टी ने प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात किया है। केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी हैं जिसको लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा है, यही नहीं प्रदेश सरकार के पास बढ़ते अपराधों को रोकने की कोई योजना भी नहीं है।
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मायावती और अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए केशव प्रसाद ने कहा कि बुआ और भतीजे में आपसी सांठगांठ हैं। उन्होंने कहा कि मायावती ने कहा था कि अगर अखिलेश मुझे बुआ कहते हैं और मेरा सम्मान करते हैं तो दयाशंकर को गिरफ्तार करके दिखायें और उन्होंने दयाशंकर को गिरफ्तार किया।
लेकिन जिस तरह से बसपा के नेताओं ने आपत्तिजनक भाषण दिये और नारे लगाये उसपर किसी के भी खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे साफ है कि दोनों में आपसी सहमति है। केशव प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में बड़े से बड़े अपराध हो रहे हैं और किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हो रही है लेकिन दयाशंकर का अपराध इतना बड़ा नहीं था फिर भी उनकी गिरफ्तारी की गयी।