चौरी चौरा कांड के 100 साल: PM मोदी ने शताब्दी समारोह में जारी किया डाक टिकट, जानिए क्या-क्या कहा?
चौरी चौरा कांड के 100 साल: शताब्दी समारोह में बोले PM मोदी- आग सिर्फ थाने में नहीं, जन-जन के दिलों में भी लगी थी
PM Narendra Modi On Chauri Chaura' centenary celebrations in Gorakhpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चौरी चौरा शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने इस मौके पर एक डाक टिकट भी जारी किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, चौरी चौरा की पवित्र भूमि पर देश के लिए बलिदान होने वाले, देश के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा देने वाले वीर शहीदों के चरणों में मैं आदरपूर्वक श्रद्धाजंलि देता हूं।
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चौरी चौरा शताब्दी समारोह में पीएम मोदी ने क्या-क्या कहा?
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, 100 साल पहले चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक आगजनी की घटना नहीं थी। ये सिर्फ थाने में आग लगा देने की घटना नहीं थी, चौरी चौरा का संदेश बहुत बड़ा था और व्यापक था। कई वजहों से पहले जब भी चौरी-चौरा की बात हुई उसे एक मामूली आगजनी के संदर्भ में ही देखा गया, लेकिन आगजनी किन परिस्थितियों में हुई, क्या वजह थी, ये भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने कहा, आग सिर्फ थाने में नहीं लगी थी, आग जन-जन के दिलों में प्रज्ज्वलित हो चुकी थी। चौरी-चौरा के ऐतिहासिक संग्राम को आज देश के इतिहास में जो स्थान दिया जा रहा है, उससे जो जुड़ा हुआ प्रयास हो रहा है वो प्रशंसनीय है।
पीएम मोदी ने कहा, आज से शुरू हो रहे ये कार्यक्रम पूरे साल आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान चौरी चौरा के साथ ही हर गांव, हर क्षेत्र के वीर बलिदानियों को भी याद किया जाएगा। पीएम मोदी ने बताया कि चौरी चौरा शताब्दी के इन कार्यक्रमों को लोकल कला, संस्कृति और आत्मनिर्भरता से जोड़ने का प्रयास किया गया है। ये प्रयास भी हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के श्रद्धांजलि होगी।
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की बात करते हुए कहा, सामूहिकता की जिस शक्ति ने गुलामी के बेड़ियों को तोड़ा था, वही शक्ति भारत को दुनिया की बड़ी ताकत भी बनाएगी। सामूहिकता की यही शक्ति आत्मनिर्भर भारत अभियान का मूलभूत आधार है।
जानिए चौरी चौरा कांड के बारे में
4 फरवरी 1922 को चौरी चौरा घटना घटी। इस दिन गोरखपुर के चौरी चौरा से सटे भोपा बाजार में सत्याग्रही अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जुलूस निकाल रहे थे। इसी दौरान चौरी चौरा थाने के पास पुलिस और सत्याग्रही में झड़प हो गई। पुलिस की फायरिंग में 11 सत्याग्रही शहीद हो गए और कई जख्मी भी हुए। इसके बाद ही गुस्साई भीड़ ने चौरी चौरा थाने में आग लगा दी थी। इसमें 23 पुलिस वालों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी।