ये दशक-ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है: पीएम मोदी
नई दिल्ली। IIM-Sambalpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए ओडिशा में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) संबलपुर के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, आज आईआईएम कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओडिशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला रखी गई है। आईआईएम का ये स्थायी कैंपस ओडिशा की महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओडिशा को मैंनेजमेंट की दुनिया में नई पहचान देने वाला है।
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उन्होंने कहा, बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े। ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है। पीएम अभिनव, अखंडता और समग्रता आपको इस मंत्र की ताकत के साथ देश को अपनी मैनेजमेंट स्किल दिखानी है। प्रधानमंत्री ने कहा, आज खेती से लेकर अंतरिक्ष क्षेत्र तक जो अभूतपूर्व सुधार किए जा रहे हैं, उनमें स्टार्टअप के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं। आपको नए निर्माण को तो प्रोत्साहित करना ही है, सभी के समावेश पर भी जोर देना है।
पीएम ने कहा, कहीं से भी काम करने के कॉन्सेप्ट से पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज से ग्लोबल वर्कप्लेस में बदल गई है। भारत ने भी इसके लिए हर जरूरी सुधार बीते कुछ महीनों में तेजी से किए हैं। 2014 तक भारत में 13 आईआईएम थे। जो अब 20 हो गए हैं। इतना बड़ा टैंलेट आत्मनिर्भर भारत अभियान को बहुत विस्तार दे सकता है। कोविड के दौरान, भारत ने पीपीई किट, मास्क और वेंटिलेटर के लिए स्थायी समाधान पाया है। भारत ने समस्या-समाधान के लिए हमेशा के लिए अल्पकालिक उपाय अपनाए थे। आज भारत ने दीर्घकालिक समाधान के लिए अपना दृष्टिकोण बदल दिया है।
पीएम ने कहा, भारत को बॉटलिंग प्लांट क्षमता की आवश्यकता थी, इसलिए हमने बॉटलिंग प्लांट्स को बढ़ाया। भारत को आयात टर्मिनल क्षमता में सुधार की आवश्यकता थी। हमने इसमें सुधार किया। भारत को पाइपलाइन क्षमता की जरूरत थी, हमने उस पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए। भारत को अपने गरीब लाभार्थियों को चुनने की जरूरत थी। हमने इसे सटीक और पारदर्शिता के साथ किया और उज्ज्वला योजना शुरू की। समस्याओं को स्थायी रूप से हल करने के लिए हमारे दृष्टिकोण ने शानदार परिणाम दिखाए। आज भारत में 28 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन हैं, केवल 6 वर्षों में 14 करोड़ की वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 2014 तक देश में रसोई गैस की कवरेज सिर्फ 55 फीसदी थी। जब अप्रोच में स्थायी हल का भाव न हो तो ये ही होता है। 60 साल में रसोई गैस की कवरेज सिर्फ 55 फीसदी थी, अगर देश इसी रफ्तार से चलता तो सबको गैस पहुंचने में ये शताब्दी आधी और बीत जाती। आज देश में गैस कवरेज 98 फीसदी से भी अधिक है।
इस कार्यक्रम में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, राज्यपाल गणेशी लाल और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप चंद्र सारंगी भी उपस्थित हैं। साथ ही समारोह में 5000 लोगों को आमंत्रित किया गया है। इससे पहले एक बयान में जानकारी दी गई थी, 'इस समारोह में 5000 लोग वर्चुअली शामिल होंगे, जिनमें अधिकारी, इंडस्ट्री से जुड़े लोग, शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोग, छात्र, पूर्व छात्र और आईआईएम संबलपुर की फैकल्टी शामिल होगी।'
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