2 लाख से 3 लाख लोग महज 5 दिन में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए, इसकी भयावहता को समझें: PM
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे से एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन के जरिए देशवासियों को आगाह किया। पीएम मोदी ने पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना वायरस संक्रमण की साइकिल को तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। अगर ये 21 दिन नहीं संभले तो देश, आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा। पीएम ने कहा कि अगर ये 21 दिन नहीं संभले तो कई परिवार हमेशा-हमेशा के लिए तबाह हो जाएंगे। मैं ये बात एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं, इसलिए बाहर निकलना क्या होता है, ये 21 दिनों के लिए भूल जाइए, घर में रहें, घर मे रहें, और एक ही काम करें कि अपने ही घर में रहे।
बहुत तेजी से फैलता है यह वायरस
दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया है। ऐसा नहीं है कि ये देश प्रयास नहीं कर रहे हैं, या फिर उनके पास संसाधनों की कमी है, लेकिन कोरोना वायरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि तमाम तैयारियां और प्रयासों के बावजूद इन देशों मे चुनौती बढ़ती ही जा रही है। डब्ल्यूओ के अनुसार इस बीमारी से संक्रमित एक व्यक्ति 7-10 दिन में सैकड़ों लोगों को इस बीमारी को पहुंचा सकता है। यह आग की तरह तेजी से फैलता है।
आंकड़े भयावह
WHO के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या को पहले एक लाख तक पहुंचने में 67 दिन लग गए थे, उसके बाद सिर्फ 11 दिन में ही एक लाख नए लोग संक्रमित हो गए, यानि दो लाख लोग संक्रमित हो गए। सोचिए पहले एक लाख लोगों को संक्रमित होने में 67 दिन लगे। फिर दो लाख लोगों तक पहुंचने में 11 दिन दिन लगे। 2 लाख से 3 लाख लोगों तक पहुंचने में इसे सिर्फ 4 दिन लगे। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोना वायरस कितनी तेजी से फैलता है। जब यह फैलना शुरू करता है तो इसे रोकना बहुत मुश्किल होता है।
तमाम प्रयास के बाद भी देश विफल
कोरोना वायरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि तमाम तैयारियां और प्रयासों के बावजूद इन देशों में चुनौती बढ़ती ही जा रही है। इन सभी देशों के दो महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है और एक्सपर्ट भी यही कह रहे हैं कि इस वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावी मुकाबले के लिए कमात्र विकल्प है, सोशल डिस्टेंसिंग, यानि एक दूसरे से दूर रहना, अपने घरों में ही बंद रहना। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण की जो साइकिल है उस साइकिल को तोड़ना ही होगा।
सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी
कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल मरीज के लिए, बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। यह सोचना सही नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक के लिए है, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है, प्रधानमंत्री के लिए भी है। कुछ लोगों की लापरवाही, कुछ लोगों की गलत सोच, आपको, आपके बच्चों को, आपके माता पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को और आगे चलकर पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी। अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो हर भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है और यह कीमत कितनी चुकानी पड़ेगी, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
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