पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले इंडियन नेवी के लिए 22 गार्डियन ड्रोन खरीद को मंजूरी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 जून को अपने पांचवें अमेरिकी दौरे के लिए रवाना होंगे। उनके अमेरिका पहुंचने से पहले ही व्हाइट हाउस ने भारत के लिए गार्डियन ड्रोन की डील को मंजूरी दे दी है। भारत अब अमेरिका से नेवी के लिए तैयार इन ड्रोन को खरीदेगा।
ड्रोन खरीदने वाला पहला गैर नाटो देश भारत
पीएम मोदी जब इस बार अमेरिका दौरे पर होंगे तो उनका मकसद नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में एक बार फिर से भारत-अमेरिका के संबंधों को नई दिशा देना होगा। यह पीएम मोदी और नए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की पहली मुलाकात होगी। गार्डियन ड्रोन की डील पर अभी अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी बाकी है। कैलिफोर्निया की जनरल एटॉमिक्स गार्डियन ड्रोन को तैयार करती है। इस कंपनी ने इस जानकारी पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया है। भारत को अमेरिका से 22 ड्रोन चाहिए और इस डील को भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों के लिए काफी अहम माना जा रहा है। इंडियन नेवी को इन ड्रोन की जरूरत है क्योंकि वह हिंद महासागर पर सर्विलांस को बढ़ाना चाहती है। ये ड्रोन उसके लिए काफी मददगार साबित होंगे। भारत पहला ऐसा गैर-नाटो देश होगा जो इस तरह की किसी डील का हिस्सा बनेगा और उसे ये ड्रोन हासिल हो सकेंगे।
भारत सरकार को मिली जानकारी
यह डील दो बिलियन से तीन बिलियन डॉलर के बीच मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से इस डील को मंजूरी मिल गई है। भारत सरकार को भी ड्रोन तैयार करने वाली कंपनी और विदेश विभाग की ओर से बुधवार को डील को मंजूरी मिलने के बारे में जानकारी दे दी गई है। सूत्रों की मानें तो इस डील को मंजूरी मिलना एक इशारा है कि ट्रंप प्रशासन, भारत के साथ रिश्तों को ओबामा प्रशासन की तुलना में ज्यादा मजबूत और नतीजे देने वाला बना चाहता है। इन ड्रोन को भारत-अमेरिका के संबंधों में एक गेम चेंजर माना जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले वर्ष जब पीएम मोदी, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलने पहुंचे थे तो उस समय अमेरिका ने भारत को सबसे बड़े डिफेंस पार्टनर का दर्जा दिया था।