
Surajkund Chintan Shivir: पीएम मोदी ने एक राष्ट्र, एक पुलिस पर रखा विचार, फेक न्यूज पर दी चेतावनी
हरियाणा के सूरजकुंड में सभी राज्यों के गृहमंत्रियों का दो दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे। वहीं, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिविर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लॉ एंड ऑर्डर को लेकर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था राज्यों की जिम्मेदारी है, लेकिन ये देश की एकता और अखंडता से भी जुड़ी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा के सूरजकुंड में चल रहा चिंतन शिविर "सहकारी संघवाद का उत्कृष्ट उदाहरण है।"
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देश के विकास के लिए एक राज्य को लेना चाहिए दूसरे से सीख
सभी राज्यों के गृहमंत्रियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी राज्यों को एक दूसरे से सीखना चाहिए। ताकि हम देश के विकास के लिए अच्छा काम कर सकें। उन्होंने कहा कि यह हमारे संविधान की अवधारणा और नागरिकों के कर्तव्यों को लेकर जरूरी है। इस दौरान उन्होंने एक राष्ट्र, एक पुलिस पर भी विचार रखा। साथ ही उन्होंने कहा कि इसको लेकर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सोचना चाहिए।
पीएम मोदी बोले राज्यों और केंद्रीय जांच एजेंसियों के बीच जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि कानून और व्यवस्था एक राज्य तक सीमित नहीं है। क्योंकि अपराध अंतरराज्यीय और अंतर्राष्ट्रीय हो रहे हैं। सीमा पार से अपराधियों द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय जरूरी है, ताकि अपराध के खिलाफ एक साथ मिलकर काम किया जा सके। उन्होंने कहा कि अंतराराष्ट्रीय अपराध के खिलाफ जब तक राज्य की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां एकमत नहीं होंगी, तब तक इनके खिलाफ लड़ाई में दिक्कतें आएंगी।
फेक न्यूज को लेकर भी गृहमंत्रियों को किया आगाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेक न्यूज को लेकर भी गृहमंत्रियों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज तमाम प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होते हैं रहते हैं ऐसे में इन पर विश्वास करने से पहले जांच कर लें। क्योंकि एक फेक न्यूज पूरे देश में तूफान ला सकता है। फेक न्यूज को रोकने के लिए उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा।
जानें क्या है गृहमंत्रियों के साथ चिंतन शिविर का मकसद
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक दो दिवसीय चिंतन शिविर आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मामलों पर नीति निर्माण के लिए आयोजित किया जा रहा है। शिविर में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, साइबर अपराध प्रबंधन, आपराधिक न्याय प्रणाली में आईटी के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन, तटीय सुरक्षा, महिला सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इन सभी मुद्दों पर तत्परता से काम किया जा सके।
गृहमंत्री अमित शाह कर रहे हैं अध्यक्षता
दो दिवसीय शिविर की अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह कर रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर इस चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है, ताकि देश में अपराध और अंतरराष्ट्रीय अपराध को कम किया जा सके। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि IPC-CRPC कानून में भी बदलाव को लेकर बात की थी। उन्होंने कहा कि कुछ राज्य इस कानून का दुरुपयोग कर रहे हैं। ऐसे में जल्द ही केंद्र सरकार इस कानून को लेकर नया ड्राफ्ट संसद में पेश करेगी। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद के विकास भी जिक्र किया था। इसके अलावा उन्होंने पूर्वोत्तर भारत के विकास पर भी बात रखी थी।
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