मन की बात में पीएम मोदी ने पद्मश्री बाबा शिवानंद का किया जिक्र, बोले- हर कोई उनकी फिटनेस देख दंग है
नई दिल्ली, 27 मार्च। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के दौरान बाबा शिवानंद का जिक्र किया। पीएम मोदी ने 126 वर्ष के बाबा शिवानंद को पद्म सम्मान दिए जाने का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इस उम्र में भी उनकी फुर्ती देखकर हर कोई दंग रह गया। आज रेडियो पर मन की बात के 87वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि बाबा शिवानंद का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। योग के प्रति उनके जुनून को हर कोई देख सकता है। आज बाबा शिवानंद की हर कहीं चर्चा हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में हुए पद्मसम्मान समारोह में आपने बाबा शिवानंद को जरूर देखा होगा, 126 साल के बुजुर्ग की फुर्ती देखकर मेरी तरह हर कोई हैरान हो गया होगा। मैने देखा पलक छपकते ही वह नंदी मुद्रा में प्रणाम करने लग गए, मैंने भी बाबा शिवानंद को झुककर बार-बार प्रणाम किया। 126 वर्ष की आयु और बाबा शिवानंद की फिटनेस दोनों आज देश में चर्चा का विषय है। मैंने सोशल मीडिया पर कई लोगों का कमेंट देखा कि बाबा शिवानंद अपनी उम्र से चार गुना आयु से भी ज्यादा फिट हैं। वाकई बाबा शिवानंद का जीवन हम सभी को प्रेरित करने वाला है। मैं उनकी दीर्घ आयु की कामना करता हूं।
उनमे योग के प्रति एक जुनून है, वह एक बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक जीवन जीते हैं। हमारी संस्कृति में सबको 100 वर्ष के स्वस्थ्य जीवन की शुभकामनाएं दी जाती है। हम 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाएंगे। आज पूरे विश्व में स्वास्थ्य को लेकर भारतीय चिंतन, चाहे वह योग हो या आयुर्वेद हो इसके प्रति रुझान बढ़ता जा रहा है। आपने देखा होगा पिछले सप्ताह कतर में एक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमे 114 देशों के लोगों ने हिस्सा लेकर एक विश्व रिकॉर्ड बना दिया। इसी तरह से आयुष उद्योग का बाजार भी लगातार बड़ा हो रहा है।
पीएम ने कहा कि 6 साल पहले आयुर्वेद से जुड़ी दवाओं का बाजार तकरीबन 22 हजार करोड़ का था, आज 1.40 लाख करोड़ का उद्योग हो गया है। इस क्षेत्र में इसकी संभावनाएं लगातार बढ़ रही है। स्टार्ट अप में भी आयुष आकर्षण का विषय बनता जा रहा है। स्वास्थ्य सेक्टर के अन्य क्षेत्र की मैं पहले भी बात कर चुका हूं। एक स्टार्टअफ है कपिवा, इसका मतलब है कि क का मतलब है कप, पी का मतलब है कि पित्त और व का मतलब है वात। यह स्टार्ट अप हमारी परंपरा के मुताबिक स्वास्थ्यवर्धक खाद्य आदतों पर आधारित है।