क्या सच में आज सानिया मिर्जा भारत की बेटी नहीं पाक की बहू है?
बैंगलोर। आज एक बार फिर से भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा को लेकर बवाल मचा हुआ है। बीजेपी के कुछ नेताओं को आज सानिया मिर्जा देश की बेटी नहीं बल्कि पाकिस्तानी बहू नजर आ रही है। यह वहीं नेता है जो कल तक सानिया की जीत का जश्न मनाते थे। वैसे जब से सानिया मिर्जा ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की है तब से सानिया का विरोध और सानिया को लेकर बवाल पाकिस्तानी की बजाय भारत में ही ज्यादा होता आया है।
इसलिए दूसरे शब्दों में हम कहें कि सानिया मिर्जा और बवाल का चोली-दामन का साथ है तो गलत नहीं होगा। आज सानिया ने एक बार फिर से अपनेआप को भारतीय ही कहा है और बवाल मचाने वाले लोगों को संदेश दिया है कि वो जन्म से भारतीय हैं और मरते दम तक भी इंडियन ही रहेंगी। गौरतलब आज सानिया मिर्जा को लेकर बवाल सिर्फ इसलिए मचाया जा रहा है क्योंकि देश के न्यूबार्न स्टेट यानी तेलंगाना ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है और इस बात के लिए उन्होंने सानिया को एक करोड़ रूपये देने का वादा किया है।
क्यों आज सानिया भारत की बेटी नहीं पाक की बहू है?
जिसके बाद बीजेपी ने सानिया को पाकिस्तान की बहू कहकर बवाल मचा दिया है। जिस पर सानिया भी भड़क गईं हैं और उन्होंने कहा कि उनका जन्म भारत में ही हुआ है वह तीन सप्ताह की थीं, जब उनके माता-पिता उन्हें लेकर हैदराबाद आए थे अगर आज मैंने पाकिस्तान से शादी कर ली तो क्या मैं अपने वतन से अलग हो गई।
मालूम हो कि सानिया ने साल 2010 में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से निकाह किया था लेकिन तब से ही वो विवादों की श्रेणी में हैं आईये जानते हैं कैसे...
शोएब की पहली शादी
सानिया-शोएब की शादी के पहले एक अजीब सा बवाल खड़ा हो गया था। आयशा नाम की लड़की ने दावा किया था कि शोएब ने उनसे शादी की है और अब सानिया के लिए उन्हें छोड़ दिया है। इस खबर के आते ही भारत में बवाल मच गया था। आयशा के घरवालों ने शोएब पर केस दर्ज कर दिया था। पहले तो शोएब इस बात से इंकार कर रहे थे लेकिन फिर जब बवाल मचा और सानिया से शादी पर बात आयी तो उन्होंने स्वीकार कर लिया था कि हां आयशा से उन्होंने शादी की थी। तलाक के एवज में आयशा के परिवार वाले शोएब के खिलाफ दर्ज कराए मामले वापस लेने पर राजी हो गए थे।
सुन्नी उलेमा बोर्ड का फतवा
सानिया मिर्जा की शादी शोएब मलिक से हो यह कुछ मुस्लिम संगठन भी नहीं चाहते थे। सुन्नी उलेमा बोर्ड ने बकायाद फतवा जारी कर शादी पर ऐतराज जताया था। लेकिन सानिया को इन सारी बातों से कोई फर्क नहीं पड़ा और उन्होंने डंके की चोट पर मलिक संग निकाह पढ़ा।
बाल ठाकरे का कड़ा एतराज
सानिया की शादी का सबसे तगड़ा विरोध शिवसेना के पूर्व प्रमुख बाला साहब ठाकरे ने किया था, ठाकरे ने तो यहां तक कह दिया था कि सानिया को भारत से बाहर कर देना चाहिए अगर वो पाकिस्तानी से शादी करती हैं और उनके सारे मेडल्स वापस लेने चाहिए।
शादी के बाद भी बवाल
सानिए-शोएब की शादी हुई लेकिन शादी के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा था, अब सबने सवाल उठाया कि सानिया मिर्जा किस देश की तरफ से टेनिस खेलेंगी, भारत से या पाकिस्तान से, तब भी सानिया ने लोगों को तगड़ा जवाब दिया था और कहा था कि उनकी पहचान भारतीय टेनिस खिलाड़ी की है और कोई भी उनकी यह पहचान नहीं छीन सकता।
सरनेम को लेकर बवाल
शादी के बाद जब सानिया मिर्जा वापस आयीं और खेल में एक्टिव हुईं तो उनके सरनेम को लेकर भी बवाल मचा था लेकिन सानिया ने शादी के बाद भी अपना सरनेम नहीं बदला और वो सानिया मलिक नहीं बल्कि आज भी सानिया मिर्जा ही हैं।
तेलंगाना का ब्रांड एंबेसडर क्यों बनाया?
तेलंगाना ने सानिया को ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त करते हुए उन्हें एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है। जिसके बाद बीजेपी में घमासान मच गया है, बीजेपी का कहना है कि सानिया ने पाकिस्तानी सेशादी की है इसलिए वो पाकिस्तान की बहू है, वो तेलंगाना की ब्रांड एंबेसडर नहीं बन सकती है।