पीएम मोदी को वादे की याद दिलाने 1600 Km पैदल चल दिल्ली पहुंचे मुक्तिकांत बिस्वाल
नई दिल्ली। ओडिशा के मुक्तिकांत बिस्वाल 1600 किलोमीटर की यात्रा तय करके दिल्ली पहुंच गए हैं। 71 दिनों तक पैदल चलकर दिल्ली पहुंचने वाले बिस्वाल की इस यात्रा का मकसद है- पीएम नरेंद्र मोदी को उनका वादा याद दिलाना। आखिर कौन सा वादा किया था पीएम मोदी ने? बात 1 अप्रैल 2015 की है जब पीएम नरेंद्र मोदी ओडिशा के राउरकेला में एक रैली को संबोधित करने गए थे।
मुक्तिकांत बिस्वाल बताते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 1 अप्रैल 2015 को राउरकेला रैली में वादा किया था कि वह क्षेत्र के इस्पात जनरल अस्पताल को सुपर मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल में बदलेंगे। साथ ही ब्राह्मणी नदी पर बने जर्जर पुल की जगह नया पुल भी बनवाएंगे। उनका कहना है कि पीएम मोदी किया हुआ वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है। उनका कहना है कि पीएम मोदी का वादा अगर पूरा हो जाता है तो लाखों लोगों की जिंदगी में बदलाव आएगा।
मुक्तिकांत का दावा है कि वह पिछले एक साल से पीएम मोदी और पीएमओ को इस संबंध में चिट्ठियां लिख रहे हैं, लेकिन उनके पत्रों का कभी कोई जवाब नहीं आया। बिस्वाल का दावा है कि उन्होंने स्थानीय बीजेपी विधायक और क्षेत्र के सांसद जुएल राम से मुलाकात कर समस्या की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया, लेकिन उन्होंने भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। मुक्तिकांत का दावा है कि जब सांसद जुएल राम के सामने उन्होंने मुद्दा उठाया तो उल्टा उन पर ही राजनीति करने का आरोप लगा दिया गया।
मुक्तिकांत ने कहा कि जब उन्हें कहीं कोई राह नहीं दिखी तो 16 अप्रैल 2018 को उन्होंने दिल्ली के लिए सफर शुरू किया और 27 जून को वह दिल्ली पहुंच गए। पेशे से मूर्तिकार बिस्वाल का कहना है कि सफर के दौरान वह बीमार भी पड़ गए थे। उन्हें एक बार आगरा के अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ा था।