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तो एम्स वालों ने बाबा रामदेव के डेंगू इलाज को गलत बताया?
नई दिल्ली। आजकल दिल्ली शहर में डेंगू को लेकर हाहाकार मचा है, ऐसे में एम्स की ओर से दिये गये एक बयान ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
डेंगू और मलेरिया फीवर में कैसे जाने फर्क?
-
एम्स
ने
कहा
है
कि
इस
बात
के
कोई
वैज्ञानिक
प्रमाण
नहीं
मिले
हैं
कि
जड़ी-बूटी
से
डेंगू
का
इलाज
हो
सकता
है।
-
एम्स
के
इस
बयान
ने
योग
गुरू
बाबा
रामदेव
के
उस
बयान
को
गलत
साबित
कर
दिया
है
जिसमें
उन्होंने
कहा
था
कि
जड़ी-बूटी
से
डेंगू
का
इलाज
संभव
है।
-
बाबा
रामदेव
ने
बोला
था
कि
गिलोय,
एलोवेरा
और
पपीते
के
पत्तों
के
सेवन
से
डेंगू
को
ठीक
किया
जा
सकता
है।
-
लेकिन
एम्स
के
डॉक्टर्स
ने
इस
बात
को
सिरे
से
खारिज
कर
दिया
है।
-
एम्स
ने
साफ
तौर
पर
लोगों
से
अपील
की
है
कि
वो
किसी
से
बहकावे
में
नहीं
आये।
-
और
उन्होंने
किसी
को
नहीं
कहा
है
कि
डेंगू
से
बचने
के
लिए
एलोवेरा,
पपीता,
बकरी
के
दूध
का
सेवन
करो।
- हालांकि डॉक्टरों ने यह जरूर कहा है कि हो सकता है कि एलोवेरा, पपीता, बकरी के दूध से प्लेटलेट्स बढ़ जाते हों
- लेकिन इस बात से यह कैसे सिद्ध हो सकता है कि इससे डेंगू ठीक हो सकता है।
-
डॉक्टरों
ने
लोगों
से
ना
घबराने
की
अपील
की
है
और
कहा
है
कि
थोड़ी
सी
सावधानी
से
वो
इस
रोग
से
बच
भी
सकते
हैं
और
निजात
भी
पा
सकते
हैं।
जानिए डेंगू के बारे में: लक्षण और बचाव के तरीके
Comments
English summary
Days after yoga guru Ramdev advocated the use of herbs like giloy, aloe vera and papaya leaves to cure dengue, experts at AIIMS said there was no scientific proof that herbs help fight dengue and advised people not to fall for the propaganda in this regard.
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