सीबीएसई बोर्ड अब छात्रों को नहीं देगी 15 फीसदी अतिरिक्त नंबर
सीबीएसई बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला, अब मुश्किल विषयों में नहीं दिया जाएगा 15 फीसदी अतिरिक्त नंबर, ग्रेस मार्क की नीति जारी रहेगी।
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है। सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों को उन विषयों में ग्रेस मार्क देने की परंपरा को खत्म करने का फैसला लिया है जिसमें छात्र मुश्किल का सामना करते थे। बोर्ड के इस फैसले के बाद छात्रों की मुश्किल बढ़ सकती है।
सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों को मुश्किल सवालों के लिए दी जाने वाली ग्रेस मार्क की नीति को खत्म करने का फैसला लिया है। इस नीति के तहत छात्रों को 15 फीसदी अतिरिक्त नंबर दिए जाते थे। जिन विषयों में छात्रों को मुश्किल होती थी और जिन्हें कठिन माना जाता है उन विषयों में बोर्ड छात्रों को 15 फीसदी की छूट देता था। एक उच्च स्तरीय बैठक में बोर्ड ने यह फैसला लिया है, जिसमें मॉडरेशन पॉलिसी को खत्म कर दिया गया है।
बोर्ड ने यह फैसला उस वक्त लिया है जब केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने सभी शिक्षा बोर्ड के साथ बैठक करके उन्हें एक नीति और आम सहमति बनाने को कहा था, जिसमें मॉडरेशन पालिसी को खत्म किए जाने की बात कही गई थी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि तमाम बोर्ड के बीच परिणामों को लेकर असमानता नहीं रहे। हालांकि सीबीएसई ने यह साफ किया है कि जिन छात्रों को पास होने के लिए ग्रेस मार्क की जरूरत होगी वह उन्हें दिया जाएगा, इस नियम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। ऐसे में अगर सभी बोर्ड इस फैसले पर राजी होते हैं तो देश के सभी संस्थानों में दाखिले के लिए हाई मेरिट कम हो सकती है।