निर्भया के चारों दोषी अगर इस साजिश में हो जाते कामयाब, तो टल जाती फांसी !
निर्भया केस में पटियाला हाउस कोर्ट आज निर्भया केस में जेल में बंद चारों आरोपियों के लिए डेथ वारंट जारी करने वाला है। जानिए फांसी से बचने के लिए अब इन चारों ने जेल के भीतर क्या रची थी साजिश, Nirbhaya case,know Nirbhaya convicts hatched this conspiracy to avoid hanging
बेंगलुरु। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में निर्भया केस की अहम सुनवाई आज होनी हैं। निर्भया के माता-पिता की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट आज चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर सकती है। वहीं दोषियों के वकीलों की कोशिश होगी कि वे दया याचिका और अन्य अधिकारों की दलील देते हुए सुनवाई आगे बढ़ा दें।
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जेल की चारदीवारी में तिल तिल मरते निर्भया के चारों ही आरोपियों को चंद सांसों की आस में वो हर कोशिश कर रहे हैं जिनका परिणाम इनका जीवन हो। फांसी से बचने के सारे कानूनी दांव पेंच फेल होने के बाद भी इन चारों दंरिंदो ने जीने की आस नही छोड़ी है। ये लोग अपना अंतिम वक़्त देख रहे हैं और अब बस इसी जुगत में हैं कि ये ऐसा क्या कर लें कि इनकी सांसें बच जाएं। वह जेल की चारदीवारी में ही फांसी से बचने के प्रयास कर रहे हैं। जानिए फांसी के मुहाने पर आकर उन्होंने ऐसी कौन सी हरकत की, जिसमें वो अगर सफल हो जाते तो उनको फांसी से थोड़े दिन के लिए मोहलत पाने में कामयाब हो जाते।
इसलिए देना चाहते थे आपराधिक वारदात को अंजाम
पिछले दिनों तिहाड़ जेल में बंद हत्यारें फांसी से बचने के लिए अपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। ऐसा वह फांसी से बचने की कोशिश के तहत कर रहे थे। वह इस अपराधिक वारदात को अंजाम देने में अगर कामयाब हो जाते तो नए अपराध के तहत उन पर नया केस दायर हो जाता और जब तक उसका निपटारा नहीं हो जाता तब तक उन्हें फांसी की सजा नहीं हो सकती थी।
साजिश का खुलासा होते ही एक्शन में जेल अधीक्षक
सूत्रों के अनुसार तिहाड़ जेल में तीन दोषियों अक्षय, मुकेश और पवन यह साजिश रच रहे थे। जेल प्रशासन को समय रहते पता चल गया कि वह तीनों आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद जेल अधीक्षक ने जेल मुख्यालय को पत्र से इसकी जानकारी दी। उन्होंने पत्र में सूचना दी कि निर्भया के तीनों दोषी या तो आपस में झगड़कर खुद को नुकसान पहुंचा सकते हैं या फिर किसी अन्य कैदी से लड़ सकते हैं। इस पत्र में उन्होंने तीनों दोषियों को अलग-अलग जेल में रखकर गुटबाजी खत्म करने की सलाह दी थी। इतना ही नहीं जेल अधीक्षक ने तीनों दोषियों को हाईसिक्योरिटी सेल में भी शिफ्ट करने की अनमति मांगी और बाद में उन्हें सिफ्ट किया गया।
फांसी पर लटकाए जाने का हो चुका है बंदोबस्त
तिहाड़ जेल में चारों को फांसी देने की पूरी तैयारी कर ली गई है। फांसी के फंदे बुलवा लिए गए हैं, वहीं यूपी के जल्लाद को बंदोबस्त भी कर लिया गया है। तिहाड़ का फांसी घर में तैयार कर दिया गया है। यहां एक मंच बनाया गया है, जहां चारों को एक साथ फांसी दी जा सकती है।
कोर्ट ने दिया था 7 दिन का समय
बता दें निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में आज से पहले 18 दिसंबर को हुई सुनवाई में पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों अक्षय, मुकेश, विनय और पवन को अपने सभी कानूनी अधिकार जैसे दया याचिका या क्युरेटिव पीटिशन, इस्तेमाल करने के लिए 1 हफ्ते का समय दिया था। इसके बाद तिहाड़ जेल ने सभी को नोटिस भी जारी किया था। इस नोटिस के जवाब में विनय, अक्षय और पवन की ओर से जेल प्रशासन को जवाब दे दिया गया। दोषियों के वकील एपी सिंह ने बताया कि क्यूरेटिव याचिका दायर करने के बाद जो भी नतीजे आएंगे उसके आधार पर वह आगे की रूपरेखा तैयार करेंगे।
इसलिए अभी नहीं दायर की क्युरेटिव याचिका
गौरतलत है कि चारों दोषी फांसी से बचने के लिए अपने अधिकारों का उपयोग नहीं कर रहे हैं। केवल विनय शर्मा ने दया याचिका दायर की थी, जिसे उसने वापस ले लिया। चारों चाहते हैं कि जब भी फांसी की सजा का ऐलान की घड़ी करीब आए, वे दया याचिका या क्युरेटिव याचिका दायक कर दें, ताकि कार्रवाई में और समय लग सके। हालांकि पटियाला हाउस कोर्ट में मांग की गई है कि दोषी चाहे अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते रहें, लेकिन डेथ वारंट तो जारी किया ही जा सकता है।
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