शक्ति को सलाम: यूपी पुलिस की विशेष पुलिस अधिकारी बनीं नाजिया खान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को महिला शक्तियों को सम्मानित किया। महिला कल्याण विभाग की तरफ से रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार और बेगम अख्तर पुरस्कार वितरण समारोह का अयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जो नाम सबसे अधिक चर्चित रहा वह था नाजिया खान का। नाजिया अपने साहस, बहादुरी और सोशल वर्क के दम पर कई राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पुरस्कार पा चुकी हैं। नाजिया खान को उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने आगरा पुलिस का विशेष पुलिस अधिकारी मनोनीत किया है।
डीजीपी ने बुधवार को नाजिया से मुलाकात की और विशेष पुलिस अधिकारी बनाने की घोषणा की। बता दें, 18 वर्षीय नाजिया खान को बीते दिनों दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार में भारत अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। यूपी में केवल नाजिया को ही यह पुरस्कार मिला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के 18 बच्चों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया था।
नाजिया ने बीए फर्स्ट ईयर की पढ़ाई करते समय आठ साल की बच्ची को अपहरण होने से बचाया था। उन्होंने अपने इलाके में जुआ खेल रहे लोगों को भी रोका था। वीरता पुरस्कार मिलने के बाद नाजिया को पीएम मोदी ने प्यार से लड़ाकू बोला था और आधे घंटे तक बात की थी। नाजिया ने गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लिया था।
7 अगस्त की घटना
नाजिया 7 अगस्त 2015 को नाजिय स्कूल से वापस घर लौट रही थीं। तभी उन्होंने देखा कि 6 साल की बच्ची को दो मोटरसाइकिल सवार उठाकर बाइक पर बैठाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन कोई वहां पर मौजूद कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। ऐसे में नाजिया ने साहस दिखाया और बदमाशों से जाकर भिड़ गई। जब बदमाश भागने कोशिश कर रहे तो उसने बच्ची की फ्रॉक पर ली।
बदमाश बच्ची को लेकर भागने लगे लेकिन नाजिया ने बच्ची की फ्रॉक नहीं छोड़ी। जिससे बाइक सवार बदमाश गिर गए। नाजिया ने बच्ची को नहीं छोड़ा। बदमाशों ने उसके ऊपर हमला भी किया, लेकिन उसने हार नहीं मानी। इस बीच लोगों की भीड़ भी आ गई और मौका देख बदमाश फरार हो गए। नाजिया ने बच्ची से पता पूछा और उसे उसके घरवालों के सुपुर्द कर दिया।