ड्रैगन के टैंकों का फन कुचलेगी भारत की यह 'नाग' मिसाइल, जानें खास बातें
ड्रैगन के टैंकों का फन कुचलेगी भारत की यह 'नाग' मिसाइल, जानें खास बातें
नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शनिवार को नाग मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। नाग, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की थर्ड जेनेरेशन की मिसाइल है। नाग के सफल परीक्षण को भारतीय रक्षा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। सफल परीक्षण के बाद इसे जल्दी ही सेना के हथियारों में जगह मिल सकती है।
डीआरडीओ ने भारतीय सेना की जरूरतों को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया है, इसका वजन 14 किग्रा है। इस मिसाइल ने राजस्थान में शुक्रवार को दो अलग-अलग रेंज के टारगेट को सफलतापूर्वक हिट किया, मिसाइल ने दोनों लक्ष्यों को सटीकता के साथ भेदा। नाग मिसाइल 7 किमी तक की रेंज में दुश्मन सेना के टैंकों को तबाह करने की क्षमता रखती है। इस जेनेरेशन की मिसाइलों को अपनी मारक क्षमता के चलते 'फायर एंड फॉरगेट मिसाइल' कहा जाता है
इससे पहले 13 जून को जब नाग के नए वर्जन प्रोसपीना मिसाइल का टेस्ट जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ था तो मिसाइल ने जमीन से 4 किलोमीटर दूर तक सफल वार किया था। इस बार सात किमी तक सफल वार करने वाली नाग मिसाइल का परीक्षण हुआ है। यह मिसाइल सीमा पर आंख दिखाने वाले चीन और पाकिस्तान को भी मौका पड़ने पर परेशानी में डाल सकती है।
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