जल्द ही मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम में 4-5 रुपए की कर सकती है कमी
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दामों में जिस तरह से लगातार बढ़ोतरी जारी है उसके बाद सरकार इसकी कीमतों को कम करने पर विचार कर रही है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले एक्साइज ड्युटी के एक हिस्से को कम करने और राज्य सरकार को इस बात के लिए राजी करने में सफल होती है कि वह इसपर लगने वाले वैट को कुछ हद तक कम कर दें तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 4-5 रुपए प्रति लीटर तक की कमी आ सकती है।
राज्य सरकार और पेट्रोलियम कंपनी की भूमिका अहम
मोदी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम को लेकर काफी चिंतित है और जल्द ही इसके दाम को कम कर सकती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि राज्य सरकार और पेट्रोल कंपनियां इसमे अपनी भूमिका निभाएं, क्योंकि अकेले केंद्र सरकार इसका दबाव नहीं उठा सकती है। इससे पहले केरल की लेफ्ट सरकार ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में एक रुपए की कमी का ऐलान किया था, जोकि 1 जून से लागू होगा। केरल सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले सेल्स टैक्स को कम कर दिया है, जिसके बाद इसके दाम में कमी आई है।
क्या है अंतर्राष्ट्रीय दाम
पिछले कुछ दिनों में तेल की कीमते लगातार बढ़ी हैं, बुधवार को पेट्रोल के दाम 78.42 रुपए प्रति लीटर तो डीजल के दाम 69.30 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह वैश्विक बाजार में इसकी बढ़ती कीमत है। 2016-17 में तेल की कीमत 47.56 डॉलर प्रति बैरल थी, जोकि 2017-18 तक 56.43 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई। मार्च माह तक यह बढ़कर 63.80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है। यही नहीं अप्रैल माह में इसकी कीमत 69.30 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी।
महंगाई की मार
मौजूदा समय में तेल की कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए हैं, जोकि पिछले ही हफ्ते 80 डॉलर से घटकर 75 पहुंची है। पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दाम की वजह से लगातार सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है और आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है। यहां तक कि एनडी के सहयोगी भी तेल की कीम को लेकर सरकार को आड़े हाथ लेने से नहीं चूक रहे हैं।
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