कामचोर अधिकारियों पर मोदी सरकार का कड़ा फैसला, 129 अधिकारियों को रिटायरमेंट लेने का निर्देश
नरेंद्र मोदी सरकार ने साफ कह दिया है कि सार्वजनिक हितों को ध्यान में रखते हुए ये सभी अधिकारी खुद ही अपना पद छोड़ दें। इसमें ग्रुप ए के 30 और ग्रुप बी के 99 अधिकारी शामिल हैं।
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने अपने अधिकारियों को साफ संदेश दे दिया है कि या तो वो चौबीसों घंटे काम करना सीख लें वरना रिटायरमेंट ले लें। केंद्र सरकार ने ग्रुप ए और बी के 129 अधिकारियों को वॉलेंटरी रिटायरमेंट लेने को कह दिया है। इन सभी अधिकारियों पर काम करने में आनाकानी करने का आरोप है।
नरेंद्र मोदी सरकार ने साफ कह दिया है कि सार्वजनिक हितों को ध्यान में रखते हुए ये सभी अधिकारी खुद ही अपना पद छोड़ दें। इसमें ग्रुप ए के 30 और ग्रुप बी के 99 अधिकारी शामिल हैं। कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ये 24 घंटे काम करने वाली सरकार है।इसलिए अपेक्षा यह भी रहती है कि हर अधिकारी, हर कर्मचारी पूरी ईमानदारी व क्षमता से अपनी भूमिका निभाए। जहां इस मामले में कोताही रहती है वहां कार्रवाई की जाती है ताकि बाकी अधिकारियों को सीख मिले। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और खुले माहौल में काम करने की छूट है. जो ऐसा करते हैं उन्हें पुरस्कृत भी किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ लेने के साथ ही ये साफ कर दिया था कि वे खुद भी 24 घंटे काम करेंगे और अपने अधिकारियों के भी करवाएंगे और जो ऐसा नहीं करेगा वह सिस्टम में भी नहीं रहेगा।आपको बता दें कि केंद्र सरकार के 24415 ग्रुप ए और 42521 ग्रुप बी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार, नॉन परफॉर्मेंस और अनुशासनहीनता जैसे कई अन्य मामलों में विभागीय जांच चल रही है।