
इस्लामिक देशों के संगठन OIC के बयान को भारत ने किया खारिज, कहा- सरकार सभी धर्मों का करती है सम्मान
नई दिल्ली, 6 जून: भारतीय जनता पार्टी ने से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद आए ओआईसी के बयान पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। 57 मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के बयान को भारतीय विदेश मंत्रालय ने खारिज करते हुए कहा है कि भारत सरकार हर धर्म का बराबर सम्मान करती है।
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विदेश मंत्रालय ने अपने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हमने ओआईसी महासचिव का भारत को लेकर बयान देखा है। भारत सरकार ओआईसी सचिवालय की अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणियों को स्पष्ट रूप से खारिज करती है। हम साफ कर दें कि भारत सरकार सभी धर्मों को बराबर सम्मान देती है। एक धार्मिक व्यक्तित्व (मुहम्मद साहब) को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों (नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल) की ओर से की गई थीं। वे किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। इन व्यक्तियों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है।
मंत्रालय ने आगे कहा, यह खेदजनक है कि ओआईसी सचिवालय ने जो टिप्पणी की है। वह केवल निहित स्वार्थों के इशारे पर अपनाए जा रहे अपने विभाजनकारी एजेंडे को उजागर करता है। हम ओआईसी सचिवालय से अपने सांप्रदायिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ने और सभी धर्मों और धर्मों के प्रति उचित सम्मान दिखाने का आग्रह करते हैं।
क्या कहा था ओआईसी ने
ओआईसी ने कहा है कि हम पैगंबर मोहम्मद के प्रति भारत के सत्तारूढ़ दल के लोगों की ओर से दिए गए विवादास्पद बयान की कड़ी आलोचना करते हैं। भारत में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। मुस्लिमों के रीति रिवाजों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। भारत सरकार को मुस्लिमों की सुरक्षा, उनके अधिकारों, धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा करनी चाहिए।
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