लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मायावती ने तोड़ा गठबंधन, अब इस पार्टी के साथ मिलकर लड़ेंगी चुनाव
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी घमासान भी तेज होता जा रहा है। खास तौर से गठबंधन को लेकर सभी प्रमुख पार्टियां अपना गुणा-गणित बिठाने की कवायद में लगी हुई हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है। हाल ही में संपन्न हुए जींद विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद मायावती ने ये फैसला लिया। मायावती ने जहां एक ओर INLD से गठबंधन तोड़ा, वहीं एक अन्य पार्टी के साथ गठबंधन फाइनल भी कर लिया है।
हरियाणा की राजनीति में बड़ा उलटफेर
बीएसपी सुप्रीमो मायावती के अचानक लिए गए इस फैसले के बाद हरियाणा की राजनीति में हंगामा मच गया है। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का गठबंधन एक साल भी नहीं चल सका। 18 अप्रैल 2018 को दोनों पार्टियों के नेताओं ने एक-दूसरे साथ हाथ मिलाने का फैसला लिया था। हालांकि महज 9 महीने के अंदर ही दोनों दलों की राहें अलग-अलग हो गई। ये कोई पहली बार नहीं जब दोनों पार्टियों का गठबंधन टूटा है। इससे पहले 1998 में भी दोनों दलों का गठबंधन हुआ था, हालांकि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यानी 1999 में ये टूट गया था।
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INLD से मायावती की पार्टी BSP ने तोड़ा गठबंधन
इस बार गठबंधन के टूटने में जींद चुनाव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। दरअसल, जींद उपचुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल ने उम्मेद सिंह रेढू को उम्मीदवार बनाया था, जिसे बीएसपी ने भी समर्थन किया था। जींद उपचुनाव के नतीजों में रेढू को करारी शिकस्त मिली, यहां तक की उनकी जमानत भी जब्त हो गई। इसके बाद बीएसपी की जींद इकाई को भंग कर दिया गया। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि मायावती जल्द ही गठबंधन को लेकर कोई फैसला कर सकती हैं। अब पार्टी ने आईएनएलडी से गठबंधन तोड़ लिया है।
एक साल भी नहीं चल सका BSP-INLD गठबंधन
बहुजन समाज पार्टी ने हरियाणा में जहां एक ओर INLD से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया, वहीं बीजेपी के बागी सांसद राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (LSP) से गठबंधन का भी ऐलान कर दिया। जानकारी के मुताबिक, बीएसपी और एलएसपी के बीच आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन किया गया है। इसमें दोनों पार्टियों ने सीटों का बंटवारा भी कर लिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में बीएसपी हरियाणा की सभी 10 सीटों में से 8 पर चुनाव लड़ेगी, बाकी दो पर एलएसपी उम्मीदवार उतारेगी। विधानसबा चुनाव की बात करें तो प्रदेश की 90 सीटों में से 35 सीटों पर बीएसपी और 55 सीटों पर लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी चुनाव लड़ेगी।
LSP के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी बीएसपी
मायावती के इस फैसले से ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाले इंडियन नेशनल लोकदल को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तगड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। ये फैसला ऐसे समय में आया है जब चौटाला परिवार में चल रहा पारिवारिक झगड़ा पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहा है। INLD ने इस गठबंधन को आखिर तक बचाने की कोशिश की, हालांकि बीएसपी ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। गठबंधन टूटने के बाद आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में INLD के लिए बड़ी चुनौती है। बता दें पिछले करीब 14 साल से इंडियन नेशनल लोकदल सत्ता से बाहर ही है।
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