Manipur Landslide : नोनी में भूस्खलन एक बार फिर, Video में देखिए खिसकते पहाड़ का खौफनाक मंजर
मणिपुर में भूस्खलन के कारण 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। नोनी के नजदीक एक और भूस्खलन की खबर है। मणिपुर माउंटेनियरिंग और ट्रेकिंग एसोसिएशन (Manipur Mountaineering and Trekking Association) की लैंडस्लाइड की वीडियो
इंफाल, 02 जुलाई : मणिपुर के नोनी में भूस्खलन की खबर है। नोनी में पहली लैंडस्लाइड में 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सेना के कई जवान शहीद हुए हैं। अब दो जुलाई को नोनी के पास लैंडस्लाइड मणिपुर माउंटेनियरिंग और ट्रेकिंग एसोसिएशन (Manipur Mountaineering and Trekking Association) की ओर से कन्फर्म की गई है। MMTA की ओर से लैंडस्लाइड की वीडियो जारी की गई है। नोनी में दूसरे भूस्खलन की वीडियो में देखा जा सकता है कि पहाड़ का हिस्सा कितनी तेजी से खिसक रहा है। मणिपुर में प्राकृतिक आपदा को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर के इतिहास का सबसे भयानक भूस्खलन करार दिया है।
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भूस्खलन का खौफनाक मंजर
मणिपुर में भूस्खलन के खौफनाक मंजर में देखा जा सकता है कि पहाड़ का एक हिस्सा तेजी से खिसक रहा है। बता दें कि नोनी की दूसरी लैंडस्लाइड की वीडियो मणिपुर माउंटेनियरिंग और ट्रेकिंग एसोसिएशन (Manipur Mountaineering and Trekking Association) ने जारी किया है)। समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से ट्वीट की गई 27 सेकेंड की वीडियो को लगभग ढाई घंटे में 33 हजार से अधिक लोग देख चुके हैं।
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भूस्खलन में जांबाजों ने गंवाई जान, श्रद्धांजलि
नोनी भूस्खलन में भारतीय सेना के कई जवान भी हताहत हुए हैं। सिलीगुड़ी में बागडोगरा एयरपोर्ट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ भारतीय वायुसेना के 2 विमानों और सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से 14 सेैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर लाए गए। श्रद्धांजलि देने के बाद सैन्यकर्मियों की पार्थिव देह उनके गृह राज्यों में भेज दी गई। नोनी भूस्खलन में 11 हताहतों में से 6 अधिकारी भी शामिल रहे। अधिकारी प्रादेशिक सेना की पैदल सेना की 107 बटालियन के थे।
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रेस्क्यू में जुटी सेना
नोनी भूस्खलन के बाद रेस्क्यू और तलाशी अभियान में गत तीन दिनों से लगी टीमों ने शनिवार सुबह नई टीमों की मदद से रेस्क्यू तेज करने में जुटी थीं। इसी दौरान नोनी में एक और लैंडस्लाइड हुई। बता दें कि भूस्खलन के कारण पहले से ही मणिपुर का तुपुल सामान्य क्षेत्र जूझ रहा है। लैंडस्लाइड के कारण मरने वालों की कुल संख्या 80 से अधिक हो चुकी है।
Maniour Landslide की पिन प्वाइंट लोकेशन
बता दें कि मणिपुर के नोनी में लैंडस्लाइड पर समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भूस्खलन बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात हुआ। लैंडस्लाइड जिरीबाम से इंफाल तक निर्माणाधीन रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए तुपुल रेलवे स्टेशन के पास तैनात भारतीय सेना की कंपनी 107 टेरिटोरियल आर्मी के कैंप के पास हुआ।
तुपुल रेलवे स्टेशन को नुकसान
भूस्खलन के बारे में नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर (सीपीआरओ) ने बताया, लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से जिरीबाम-इंफाल नई लाइन परियोजना के तुपुल स्टेशन की इमारत को नुकसान पहुंचा है। लैंडस्लाइड के बाद रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी, गुवाहाटी (पीआरओ) ने बताया कि मणिपुर के तुपुल में भूस्खलन के बाद भारतीय सेना, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) संयुक्त रूप से राहत और बचाव अभियान चला रहे है। दो जुलाई की एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक डिफेंस पीआरओ ने बताया, 12 लापता प्रादेशिक सेना कर्मियों और 26 नागरिकों के लिए तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
Manipur Landslide : PM मोदी ने CM से ली जानकारी
बता दें कि शुक्रवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने नोनी जिले में भूस्खलन को राज्य के इतिहास का सबसे भयानक हादसा करार दिया था। बचाव कार्यों में लगे कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री सिंह ने खुद घटनास्थल का दौरा भी किया। 81 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए सीएम ने कहा कि लगभग 55 लोग फंसे हुए हैं। मिट्टी और मलबे के कारण रेस्क्यू चैलेंजिंग है। सभी मृतकों की डेड बॉडी बरामद करने में 2-3 दिन लगेंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोनी भूस्खलन के संबंध में गुरुवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात कर स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने केंद्र सरकार से पूर्ण मदद का आश्वासन भी दिया है।
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