किराए के नहीं थे पैसे, तो डायल 100 पर फोन कर कहा, 'मुझे घर छोड़ दो' , Video वायरल
नई दिल्ली। यूं तो 100 नंबर डायल करके आप पुलिस से आपात समय में मदद मांगते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि कोई पुलिस को सिर्फ इसलिए 100 नंबर पर फोन करे क्योंकि उसके पास घर जाने के लिए पैसे नहीं है। जी हां ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने 100 नंबर डायल करके पुलिस से मदद मांगी। उसने पुलिस को फोन करके इसलिए बुलाया क्योंकि उसके पास पैसे नहीं थे, लिहाजा वह चाहता था कि पुलिस उसे अपनी क्यूआरटी जीप में ही घर छोड़कर आए। दिलचस्प बात यह है कि यह युवक इस काम को पुलिस की जिम्मेदारी मानता है क्योंकि पुलिस और पुलिस की गाड़ी आम जनता की है।
पुलिस की गाड़ी में जाउंगा गुन्नौर
सोशल मीडिया पर इस युवक का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे पुलिसवाले इस युवक से बात करते दिख रहे हैं। पुलिस अधिकारी युवक से पूछता है कि तुमने 100 नंबर मिलाया, तुम्हे पुलिस की मदद चाहिए, तो युवक ने बताया कि हां मुझे गुन्नौर जाना है। बता दें कि गुन्नौर संभल जिले में है। जब पुलिस अधिकारी ने पूछा कि क्या यह बस सेवा है तो युवक कहता है कि मेरे पास बस के लिए पैसे नहीं है। अगर मैंने 100 नंबर डायल करके पुलिस को बुलाया है तो मैं पुलिस की ही गाड़ी में गुन्नौर जाउंगा।
इसे भी पढ़ें- जब अस्पताल में मनोहर पर्रिकर ने आखिरी फाइल पर किए थे हस्ताक्षर..
पुलिस की गाड़ी सरकारी है
वीडियो में युवक बताता है कि आखिर क्यों वह पुलिस की गाड़ी में गुन्नौर जाना चाहता है। युवक का कहना है कि वह से नहीं जाएगा बल्कि पुलिस की गाड़ी से क्योंकि यह सरकारी गाड़ी है। पुलिस युवक से पूछती है कि क्या तुम नशा करते हो तो वह बताता है कि मैं सिर्फ चिलम पीता हूं। वह अपनी चिलम दिखाता है और कहता है कि वह कोई नशा नहीं करता है और सिर्फ चिलम पीता है। युवक बताता है कि वह काफी समय से चिलम पी रहा है। वीडियो के अंत में देखा जा सकता है कि पुलिस युवक की मांग पर स्वीकृति दिखाती है।
चिलम पीता हूं
जिस तरह से यह युवक पुलिस के सामने अजीबो गरीब बात करता है उसे सुनकर पुलिस को इस बात का शक होता है कि कहीं यह युवक नशा तो नहीं करता है। युवक से जब पुलिस ने पूछा कि क्या तुम नशा करते हो तो उसने कहा कि नशा तो मैं नहीं करता, लेकिन चिलम पीता हूं। उसने अपनी चिलम को पुलिस को दिखाया और कहता है कि वह इसके अलावा कोई नशा नहीं करता है।
इसे भी पढ़ें- जब अस्पताल में मनोहर पर्रिकर ने आखिरी फाइल पर किए थे हस्ताक्षर..