ममता बोलीं- एनआरसी पर मोदी, शाह के बयान विरोधाभासी, कौन बोल रहा है सच?
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी लगातार नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध कर रही हैं। मंगलवार को ममता बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। ममता ने हैरत जताया कि आखिर कौन सच बोल रहा है? ममता बनर्जी ने आज कोलकाता में बिधान सरनी स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा से मार्च शुरू किया और गांधी भवन तक गईं।
ममता ने कहा प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि एनआरसी (को देश भर में लागू करने) के बारे में न तो कोई चर्चा हुई है और न ही ऐसा कोई प्रस्ताव है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा लेकिन कुछ ही दिन पहले, भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एनआरसी देश भर में लागू होगा। दोनों ही बयान एक दूसरे के विरोधाभासी हैं। हमें इस बात पर हैरत हो रही है कि आखिर कौन सच बोल रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा देश को विभाजित करने की कोशिश कर रही है लेकिन भारत के लोग ऐसा नहीं होने देंगे। संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में यहां बिधान सरनी स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा से मार्च की अगुवाई कर रहीं ममता ने कहा कि झारखंड की जनता ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को हरा कर इस अहंकारीपार्टी को करारा जवाब दिया है। रैली के दौरान उन्होंने अपने समर्थकों से बीजेपी सरकार, एनआरसी और सीएए के खिलाफ नारे लगवाए।
रैली के दौरान ममता ने 'एनआरसी, सीएए नहीं चलेगा, नहीं चलेगा', 'एनआरसी सीएबी वापस लो वापस लो', 'एनआरसी खत्म करो, सीएए खत्म करो' जैसे नारे लगवाएं। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पिछले कई दिनों से कोलकाता में 'नो सीएबी नो एनआरसी' नाम से रैली आयोजित कर रही हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि वह पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू होने देंगी।