JJP में बगावत की चिंगारी, कई विधायक दुष्यंत चौटाला के खिलाफ, ये है वजह
नई दिल्ली। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के बगावत की चिंगारी भड़क गई है। नारनौंद से JJP के विधायक रामकुमार गौतम ने पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। गौतम के इस्तीफे से साफ हो गया है कि JJP में फूट तय है। इसके साथ ही उन्होंने तीखी बयानबाजी भी की है। रामकुमार गौतम ने कहा है कि दुष्यंत को जजपा के नौ विधायकों ने उपमुख्यमंत्री बनाया है और वह 11 महकमे अपने पास दबाकर बैठ गए हैं। गौतम ने दुष्यंत पर विधायकों के अनदेखी का आरोप लगाया। दूसरी ओर, दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उन्हें रामकुमार गौतम के इस्तीफे के बारे में जानकारी नहीं है। वह यदि नाराज हैं तो मना लेंगे।
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मंत्री पद न मिलना अहम वजह
पार्टी में असंतुष्टों की बात करें तो रामकुमार गौतम और गुहला विधायक ईश्वर सिंह को मंत्री पद के लिए आश्वासन दिया गया था। दोनों विधायकों को यहां तक कहा गया था कि शपथ लेने की तैयारी करो, लेकिन मौके पर अनूप धानक के शपथ लेने से यह दोनों विधायक अंदर से नाराज चल रहे हैं। रामकुमार गौतम और टोहाना विधायक देवेंद्र बबली का मंत्री का पत्ता कैप्टन अभिमन्यु और सुभाष बराला ने कटवाया है। यह बात जगजाहिर है कि दोनों नेता अपनी विधानसभा से चुनाव हार गए हैं। जिसके बाद बबली और गौतम को जनता ने चुन कर भेजा। ऐसे में यदि बबली और गौतम को मंत्री पद मिल जाता तो दोनों नेताओं की अपने ही क्षेत्र में धाक कम हो जाती।
राज्यसभा की सीट पर भी दुष्यंत चौटाला की नजर
कारण यह भी बताया जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला की नजर राज्यसभा की एक सीट पर भी है। सब कुछ ठीक रहा तो दुष्यंत इस सीट पर भी अपना एक आदमी एडजस्ट करना चाहेंगे। इसके दो फायदे होंगे एक तो सांसद रहते हुए दिल्ली में मिली सरकारी कोठी बच जाएगी दूसरा पार्टी का राज्यसभा में भी प्रतिनिधित्व होगा। आपको बता दें कि हरियाणा के खाते से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। अप्रैल में राज्यसभा के लिए वोटिंग होगी ऐसा माना जा रहा है। भाजपा, कांग्रेस और जजपा तीनों सीटों पर जोर आजमाइश करेगी।
रामकुमार ने दुष्यंत पर लगाया गंभीर आरोप
विधायक गौतम ने दुष्यंत चौटाला पर अपनी बिरादरी में सभी बड़े नेताओं को हराने की मंशा से काम करते हुए सबसे ऊपर रहने के भी आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ अपनी सीट नहीं जीती बल्कि जजपा की और भी सीटें जितवाने में योगदान दिया। पार्टी छोड़ने के सवाल पर गौतम ने कहा कि जेजेपी पार्टी के वह संस्थापक सदस्य रहे हैं। इसलिए फिलहाल पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि, अब तो कानून बना हुआ है कि जिस दिन विधायक का पद छोड़ूंगा, उसी दिन पार्टी छोड़ी मानी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझे विधायक बनाया है और उनकी भलाई के लिए काम करता रहूंगा।
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