मेजर हांडा ने गूगल पर किया था सर्च- कैसे मिटाए जाए हत्या के सबूत और शैलजा के चेहरे पर 3 बार चढ़ा दी थी कार
नई दिल्ली। मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने मेजर निखिल हांडा के साथ मेरठ में तीन घंटे तक साक्ष्य जुटाए। जिसमें ये खुलासा हुआ है कि हत्या करने से पहले ही आरोपी मेजर ने सभी सबूत मिटाने की पूरी तैयारी कर ली थी। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि मेजर हांडा ने सबूत मिटाने के लिए गूगल का सहारा लिया था। हालांकि इसके बावजूद वह हत्या के 24 घंटे बार ही गिरफ्तार हो गया था। पुलिस का कहना है कि मेजर निखिल हांडा ने न सिर्फ साजिश के तहत कत्ल किया, बल्कि पेशेवर अपराधी की तरह इसे दुर्घटना साबित करने की कोशिश भी की।
गूगल पर किया था सर्च- हत्या को हादसा कैसे दिखाया जाए
पुलिस ने मेजर निखिल हांडा के लैपटॉप से गूगल सर्च की पूरी डिटेल्स जुटा ली हैं। पुलिस के मुताबिक कोर्ट में यह एक अहम साक्ष्य साबित होगा, क्योंकि मेजर निखिल ने पहले इसे दुर्घटना का ही रंग देना चाहा। बाद में जब उसे लगा कि वो पकड़ा जाएगा तो उसने सबूत कुछ उसी तरीके से मिटाने चाहे जैसे कि उसने गूगल में पढ़ा था। पूछताछ में शैलजा की हत्या करने वाले आरोपी मेजर निखिल हांडा ने हत्या की जगह चुनने को लेकर अहम राज बताया। इसके लिए उसने मर्डर के बाद शैलजा के चेहरे पर तीन बार कार चढ़ाई ताकि वह हादसा नजर आए।
एक दूसरी गर्लफ्रेंड को घुमाने के लिए जाता था जहां, हत्या के लिए चुनी वही जगह
पूछताछ में शैलजा की हत्या करने वाले आरोपी मेजर निखिल हांडा ने हत्या की जगह चुनने को लेकर अहम राज बताया। पुलिस ने बताया कि निखिल हांडा दिल्ली की रहने वाली अपनी एक अन्य गर्लफ्रेंड को घुमाने के लिए अक्सर दिल्ली के छावनी इलाके में ले जाता था। पुलिस का कहना है कि चूंकि निखिल हांडा दिल्ली के छावनी इलाके को अच्छी तरह जानता था, इसीलिए उसने छावनी के अंदर ही शैलजा की हत्या की। हत्यारोपी निखिल हांडा को लगा था कि छावनी इलाके में हत्या कर वह आसानी से फरार हो सकता है, इसीलिए उसने शैलजा की वहां हत्या की।
मेरठ से बरामद हुआ हत्या में प्रयोग किया गया चाकू
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन के दौरान गुरुवार को शैलजा की हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया। पुलिस ने वे कपड़े भी बरामद कर लिए जो निखिल हांडा ने हत्या के वक्त पहन रखे थे। उसने ये कपड़े और हथियार दौराला टोल से करीब 5 किलोमीटर आगे एक पार्क में फेंक दिए थे।