'महा'राजनीति : CM उद्धव ठाकरे के समर्थन में 13 शिवसेना विधायक
महाराष्ट्र में सियासी संकट (maharashtra political crisis) बरकरार है। बयानबाजी जारी है। इसी बीच 13 शिवसेना विधायक उद्धव ठाकरे के समर्थन में (shiv sena mlas supports uddhav) आए हैं।
मुंबई, 23 जून : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की भावनात्मक अपील के बाद उन्हें 13 शिवसेना विधायकों का समर्थन हासिल है। शिवसेना सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आवास- 'वर्षा' में शिवसेना की बैठक में केवल 12 विधायक पहुंचे। शिवसेना विधायक और उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे निजी आवास- मातोश्री में हैं। ऐसे में उद्धव ठाकरे का समर्थन करने वाले शिवसेना विधायकों की कुल संख्या 13 हो गई है। एक विधायक ने जबरन सूरत ले जाने का आरोप लगाया है।
Recommended Video
सरकार गिराने की साजिश, 300 पुलिसकर्मियों ने घेरा !
बगावत के बीच उद्धव के साथ खड़े शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने आरोप लगाया और कहा, हमें जबरन सूरत ले जाया गया, मैंने भागने की कोशिश की लेकिन सूरत पुलिस ने पकड़ लिया। तबीयत ठीक होने के बावजूद, डॉक्टरों ने मुझे बताया कि मुझे दिल का दौरा पड़ा है। 300-350 पुलिसकर्मी हम पर रख रहे थे नजर। उन्होंने कहा, मुझसे पहले विधायक प्रकाश अबितकर ने उनसे दूर होने की कोशिश की लेकिन वह नहीं निकल सके। सूरत के होटल पहुंचते ही हमें महाविकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ साजिश के बारे में पता चला।
उद्धव से मिलने 'वर्षा' पहुंचे विधायक
महाराष्ट्र की सियासी अस्थिरता के बीच कई विधायक मुख्यमंत्री कार्यालय- वर्षा पहुंचे और उद्धव ठाकरे के प्रति समर्थन व्यक्त किया। इनमें शिवाड़ी विधानसभा सीट के विधायक अजय चौधरी (Ajay Choudhary Shivadi MLA), राजापूर-साखरपा विधानसभा से विधायक राजन साल्वी (Rajan Salvi) परभणी (Parbhani) विधानसभा सीट से विधायक डॉ राहुल पाटिल और प्रकाश फातरपेकर शामिल रहे।
मंत्री समेत ये चार विधायक भी उद्धव के साथ
महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) भी उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं। दिंडोशी विधान सभा से विधायक सुनील प्रभु (sunil prabhu Dindoshi), विक्रोली विधानसभा से विधायक सुनील राउत (Sunil Raut Vikroli) और कुडाल विधानसभा के विधायक वैभव नाइक (Vaibhav Naik Kudal) भी एकनाथ शिंदे के साथ खड़े नहीं दिख रहे हैं।
विधायक का आरोप, जबरदस्ती ले गए, हम उद्धव के साथ
नितिन देशमुख के अलावा जोगेश्वरी ईस्ट से विधायक रवींद्र वायकर (Ravindra Waikar Jogeshwari East), चांदीवली सीट से विधायक दिलीप लांडे (Dilip Lande Chandivali) और रमेश कोरगांवकर (Ramesh Korgaonkar) भी उद्धव ठाकरे के प्रति समर्पित दिख रहे हैं। नितिन देशमुख ने जबरन ले जाने का आरोप लगाया है।
CM के संपर्क में हैं शिवसेना विधायक
वरिष्ठ शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा, गुवाहाटी में कम से कम 18 विधायकों ने मुंबई में शिवसेना नेताओं से संपर्क किया है और उनमें से कई जल्द ही लौट आएंगे। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना और उद्धव ठाकरे के करीबी सूत्र ने बताया कि 13 विधायक अभी भी महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और शिवसेना के पास हैं। वे लगातार सीएम के संपर्क में हैं।
देवेंद्र फडणवीस अगले मुख्यमंत्री
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में कई जगहों पर भाजपा विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सीएम बताने वाले कई पोस्टर अलग-अलग शहरों में देखे गए। औरंगाबाद में फडणवीस अगले मुख्यमंत्री के साथ भाजपा की ओर से पोस्टर लगाए गए।
अजित पवार मंत्रियों को परेशान करते थे !
इसी बीच चौंकाने वाले घटनाक्रम में डिप्टी सीएम अजित पवार पर नाना पटोले ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार (Maharashtra MVA Govt) के बीच आंतरिक असंतोष की खबरों के बीच एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कांग्रेस नेता नाना पटोले ने डिप्टी सीएम अजीत पवार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों के विभाग को पैसे नहीं मिलते थे। शिवसेना ने भी ये बात उठाई थी कि पैसे नहीं मिलते थे। बता दें कि पवार एनसीपी नेता हैं।
कब बनी उद्धव सरकार
गौरतलब है कि नवंबर 2019 में उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद से कई मौकों पर भाजपा और शिवसेना की तकरार देखी जा चुकी है। शिवसेना सांसद संजय राउत भाजपा पर ईडी और सीबीआई जैसी देश की शीर्ष जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार गिराने की ताक में है, लेकिन उनकी मंशा कामयाब नहीं होगी।