Maharashtra: अपने विधायकों को बचाने में जुटी शिवसेना, सभी MLA's को होटल में ठहराया गया
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर संकट गहराता ही जा रहा है। तमाम कोशिशों के बाद भी भाजपा और शिवसेना के बीच बात बनती नजर नहीं आ रही है। आलम यह है कि शिवसेना ने अपने विधायकों को खरीद फरोख्त से बचाने के लिए तीन सितारा होटल में ठहराया है। इन सभी विधायकों को मुंबई स्थित रंग शारदा होटल में ठहराया गया है। शिवसेना अभी भी अपनी बात पर अडिग है कि वह मुख्यमंत्री पद से कम में समझौता करने को तैयार नहीं है। पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि वह चुनाव से पहले हुए समझौते को नहीं तोडेंगे।
आदित्य ठाकरे मिलने पहुंचे
तमाम विधायकों से मुलाकात करने के लिए खुद आदित्य ठाकरे रात को होटल पहुंचे, जहां उन्होंने तमाम विधायकों से काफी देर तक मुलाकात की और उसके बाद वह होटल से बाहर गए। वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ना नहीं चाहते हैं लेकिन इसपर फैसला भाजपा को ही लेना है। ठाकरे ने 50-50 फॉर्मूले को दोहराते हुए कहा कि हमारे बीच चुनाव से पहले इसपर सहमति बनी थी, लिहाजा उसपर अमल होना चाहिए।
विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
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वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में सेना ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। संपादकीय में लिखा गया है कि जिनका भाजपा या हिंदुत्व से कोई लेना देना नहीं है, वो विधायकों से थैली की भाषा में बात कर रहे हैं, इस तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने घर पर ही तमाम विधायकों से मुलाकात की। अहम बात यह है कि भाजपा के नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल से मुलाकात की थी लेकिन सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। गौरतलब है कि शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
राज्यपाल ले रहे हैं कानूनी-संवैधानिक सलाह
वहीं महाराष्ट्र में गहराते राजनीतिक संकट के बीच राज्यपाल भी संवैधानिक विकल्पों पर सुझाव ले रहे हैं। गुरुवार को राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने राज्य के महाअधिवक्ता आशुतोष कुंभाकोनी से मुलाकात की और उनसे कानूनी व संवैधानिक विमर्श किया। बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। जिसमे से 105 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है, जबकि शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली है। प्रदेश में पूर्ण बहुमत का आंकड़ा 145 है, जोकि किसी भी दल को हासिल नहीं हो सका है।
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