आदित्य ठाकरे ने अली बाबा के 40 चोरों से की बागी विधायकों की तुलना, शिंदे गुट पर जमकर बरसे
शिवसेना के उद्धव और एकनाथ शिंदे गुट एक-दूसरे पर अभी भी हमलावर हैं। अब महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने उन विधायकों और सांसदों को गद्दार बताया है, जो उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर शिंदे गुट में चले गए थे। साथ ही उनकी तुलना अली बाबा और उसके 40 चोरों से कर दी। हालांकि अब दोनों गुटों को स्थानीय चुनाव के लिए नए नाम मिल गए हैं, लेकिन अभी भी उनमें असली शिवसेना को लेकर 'जंग' जारी है।
न्यूज चैनल इंडिया टुडे के कार्यक्रम में शामिल हुए आदित्य ने कहा कि अभी ये सवाल नहीं है कि पार्टी संकट में है या नहीं। हम लगातार लड़ रहे हैं। जिस दौर से हम आए हैं, उससे बुरा नहीं हो सकता। शिंदे और बीजेपी पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि वो 40 गद्दार विधायकों और 12 सांसदों को लेकर अलग हो गए। अब ये देखना महत्वपूर्ण है कि हमारे संविधान और लोकतंत्र के आदर्शों का क्या होता है?
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि जो काम बागी लोगों ने किया है, उसको मैं गद्दारी ही कहूंगा, क्योंकि मेरे पास कोई और शब्द नहीं है। जो काम उन लोगों ने किया है, अगर उसको वैध कहा जाएगा, तो हर राज्य में राजनीतिक अशांति हो जाएगी। आपके पास पार्टियों के नाम और चिन्ह का दावा करने वाले बहुत से लोग होंगे। वहीं आदित्य ने अली बाबा और 40 चोर की कहानी का जिक्र किया। साथ ही उसे शिंदे गुट के 40 विधायकों से जोड़ दिया।
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ठाकरे के मुताबिक शिवसेना ने इस वजह से एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, क्योंकि वो लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। साथ ही उनका मकसद महाराष्ट्र का विकास करना था। वहीं बागी नेताओं ने आरोप लगाया था कि जब भी वो उद्धव ठाकरे से मिलने जाते, तो उनको वक्त नहीं दिया जाता, इस पर आदित्य ने कहा कि उनके पिता हर वक्त काम में रहते थे और उन्होंने कोविड के दौरान लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठकें की। उनके चेहरे पर मास्क लगा रहता था, जबकि बागियों ने विश्वासघात का मुखौटा पहन रखा था।