शिवराज सिंह चौहान ने दिया सीएम पद से इस्तीफा, कहा- वोट भरपूर मिले लेकिन संख्याबल नहीं मिला
Recommended Video
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में बहुमत से दूर रहने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल के पास इस्तीफा देने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमे प्रदेश में बहुमत नहीं मिला है, लिहाजा हम प्रदेश में सरकार गठन के लिए दावा नहीं करेंगे। शिवराज ने कहा कि मैं राज्यपाल के पास इ्स्तीफा देने जा रहा हूं। आपको बता दें कि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली है, जबकि भाजपा के खाते में 109 सीटें आई हैं।
अब मैं मुक्त हूं
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद शिवराज सिंह ने कहा कि अब मैं मुक्त हूं, मैंने अपना इस्तीफा माननीय राज्यपाल को सौंप दिया है। प्रदेश में हार की पूरी जिम्मेदारी मेरी है, मैंने कमलनाथ जी को जीत के लिए बधाई दी है। इस दौरान शिवराज सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को दोहराते हुए कहा कि ना हार में, ना जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं, कर्तव्य पथ पर जो भी मिले, ये भी सही वो भी सही।
15 साल बाद कांग्रेस की वापसी
मध्य प्रदेश में पिछले 15 साल से शिवराज सिंह चौहान लगातार जीतते आ रहे हैं, लेकिन लगातार चौथी बार वह सत्ता में वापसी करने से चूक गए हैं। वहीं डेढ़ दशक से वनवास झेल रही कांग्रेस की एक बार फिर से प्रदेश की सरकार में वापसी हुई है। मध्य प्रदेश सहित तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के बाद राहुल गांधी ने इसपर खुशी जाहिर करते हुए जीत का श्रेय पार्टी के कार्यकर्ताओं, किसानों, छोटे व्यापारियों, दुकानदारों को दिया। उन्होंने कहा कि इन राज्यों के मुख्यमंत्री के बेहतर काम को हम आगे बढ़ाएंगे।
सीएम उम्मीदवार को लेकर मंथन शुरू
मध्य प्रदेश में जीत के साथ ही कांग्रेस के भीतर इस बात को लेकर भी मंथन शुरू होगा कि प्रदेश की कमान किसके हाथ में सौंपी जाएगी। सीएम की रेस में एक तरफ जहां पार्टी के दिग्गज नेता कमलनाथ हैं तो दूसरी तरफ राहुल गांधी के बेहतर करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस रेस में बने हुए हैं। मुख्यमंत्री के चयन को लेकर जब राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या इसको लेकर पार्टी के भीतर विवाद देखने को मिलेगा तो राहुल ने इससे इनकार करते हुए कहा कि नहीं यह बिल्कुल सहज तरीके से होगा।
इसे भी पढ़ें- बसपा से हरी झंडी मिलते ही कांग्रेस ने की सरकार बनाने की तैयारी, राज्यपाल से 12 बजे मुलाकात