विधानसभा स्पीकर ने 6 बागी मंत्रियों के इस्तीफे किए स्वीकार, जारी किया व्हिप
भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले हफ्ते से शुरू हुई सियासी ड्रामे ने अब नया मोड़ ले लिया है। शनिवार को विधानसभा के अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने सभी 6 बागी मंत्रियों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं। इसके साथ ही उनकी सदस्यता बर्खास्त कर दी गई है। जिन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए उनमें प्रद्युमन सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं। ये सभी कमलनाथ सरकार के मंत्रीमंडल में थे।
सिंधिया समर्थक जिन विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किए गए हैं, उनमें तुलसी सिलावट, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभु राम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया शामिल हैं। यह सभी विधायक बेंगलुरु में हैं। इससे पहले दोपहर में विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने कुछ बागी विधायकों पर कार्रवाई के संकेत दिए थे। स्पीकर ने इन विधायकों को दोबारा नोटिस देकर 15 मार्च तक पेश होने को कहा है। स्पीकर ने कहा कि वे नियम प्रकियाओं से बंधे हुए हैं। वे इस्तीफा देने वाले विधायकों से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं।
इससे पहले प्रजापति ने सभी 22 विधायकों को तीन अलग-अलग तारीखों में बुलाया था। अब ये विधायक 15 मार्च को शाम 5 बजे तक पेश हो सकते हैं। चर्चा इस बात को लेकर भी है कि अगर सभी विधायक स्पीकर के सामने उपस्थित नहीं हुए तो सरकार फ्लोर टेस्ट टाल सकती है। सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकती है। नियम के मुताबिक सभी विधायकों को स्पीकर के सामने उपस्थित होना जरूरी है।
वहीं, शनिवार को कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है। विधानसभा के बजट सत्र और राज्यसभा चुनाव में पार्टी विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है। पार्टी ने कहा है कि व्हिप का उल्लंघन करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से बुलाया गया है।
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