अब सड़क छाप हरकतें होने लगीं जेएनयू में
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) एक दौर में जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्लाय गंभीर छात्रों के लिए मुफीद स्थान होता था। यहां पर अलग तरह का पढ़ने का माहौल था। पर अब यहां के छात्र भी सड़क छाप हरकतों में लिप्त पाए जाने लगे हैं। इसकी एक बानगी कल जेएनयू कैंपेस में देखने को मिली जब उत्तराखंड के रहने वाले पीएचडी के एक छात्र को जेएनयू के ही पांच छात्रों ने लाठियों और डंडों से पीटा।
पांच छात्रों ने पीटा
यह सारा वाक्या कैंपेस के नर्मदा हास्टल के ठीक सामने पेश आया। हुआ यह कि पांच शोध छात्रों ने उस बेचारे शख्स की धुनाई करनी शुरू कर दी। 15 मिनट तक चले इस मारपीट के दौर को वहां पर तमाम लोग देखते रहे। लेकिन किसी ने उस शख्स को बचाने की हिम्मत नहीं की।
मारने वाले छात्रों के नाम अश्वनी, अंकित, विशाल, सुदर्शन और रोहित बताए जाते हैं। पीटने वाले का नाम शिव नारायण सिंह है। उसे इन पांचों ने तब रोका जब वो अपनी कार से महानदी छात्रावास लौट रहा था।
चल रहा था पंगा
जानकारी के मुताबिक, अश्वनी और शिव के बीच कुछ समय से पंगा चल रहा था। इसी बात को लेकर अश्वनी और उसके मित्रों ने शिव की कुटाई की। नशे में थे मारने वाले सभी छात्र नशे की हालत में बताए जाते हैं। जानकारी मिली कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी आरोपी छात्रों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया।
जेएनयू की तार-तार हुई छवि
इस बीच, जेएनयू के कभी छात्र रहे शशि झा ने कहा कि यह वास्तव में बेहद शर्मनाक मामला है। इससे जेएनयू की छवि तार-तार हो गई है। बेहतर होगा कि जेएनयू प्रशासन आरोपी छात्रों के खिलाफ एक्शन ले।