सुमित्रा महाजन ने BJP के नाम जारी की चिट्ठी, टिकट को लेकर कही बड़ी बात
भाजपा के नाम जारी लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की चिट्ठी के मीडिया में आने से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी में 75 साल से ऊपर के नेताओं को लोकसभा चुनाव का टिकट ना देने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के टिकट कटने का मामला गर्माया और अब लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की सीट इंदौर को लेकर भी खींचतान चल रही है। इंदौर लोकसभा सीट से अभी तक भाजपा का उम्मीदवार घोषित ना होने के बाद अब इस सीट से लोकसभा सांसद सुमित्रा महाजन ने एक चिट्ठी लिखकर ऐलान किया है कि वो लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। सुमित्रा महाजन ने इस चिट्ठी को मीडिया में जारी कर दिया है।
'अपना निर्णय मुक्त मन से करे भाजपा'
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने शुक्रवार को मीडिया में एक चिट्ठी जारी कर कहा, 'भारतीय जनता पार्टी ने आज दिनांक तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है? संभव है कि पार्टी को निर्णय लेने में कुछ संकोच हो रहा है। हालांकि मैंने पार्टी में वरिष्ठों से इस संदर्भ में बहुत पहले ही चर्चा की थी और निर्णय उन्हीं पर छोड़ा था। लगता है कि उनके मन में अब भी कुछ असमंजस है। इसलिए मैं यह घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है। अत: पार्टी अपना निर्णय मुक्त मन से करे। नि:संकोच होकर करे।'
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इंदौर से 8 बार सांसद रह चुकी हैं सुमित्रा महाजन
सुमित्रा महाजन ने आगे लिखा, 'इंदौर के लोगों ने आज तक जो मुझे प्रेम दिया, भारतीय जनता पार्टी एवं सभी कार्यकर्ताओं ने जिस लगन से सहयोग दिया और जिन-जिन लोगों ने मुझे आज तक सहयोग किया, उन सभी की मैं हृदय से आभारी हूं। अपेक्षा करती हूं कि पार्टी जल्द ही अपना निर्णय करे ताकि आने वाले दिनों में सभी को काम करने में सुविधा होगी तथा असमंजस की स्थिति समाप्त होगी।' आपको बता दें कि सुमित्रा महाजन मध्य प्रदेश की इंदौर सीट से लगातार 8 बार लोकसभा की सांसद चुनी जा चुकी हैं। उनकी उम्र 80 साल है। भाजपा ने अभी तक इंदौर लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।
'टिकट ना देना पार्टी का फैसला'
गौरतलब है कि भाजपा ने इस बार अपने उन सभी सांसदों के टिकट काट दिए हैं, जिनकी उम्र 75 साल से ज्यादा है। टिकट कटने वाले सांसदों में लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी शामिल हैं। उमा भारती ने हालांकि स्वयं ही ऐलान किया कि वो इस बार लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस संबंध में बयान देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को टिकट ना देना पार्टी का फैसला है, इसी कारण लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं को इस बार के चुनाव में टिकट नहीं दिया गया। अमित शाह ने खुद के चुनाव लड़ने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि वे सीधा जनादेश चाहते थे, इसलिए उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया।