Delhi Metro Update: आज भी लाल किला और जामा मस्टिजद मेट्रो पर नहीं मिलेगी एंट्री, एग्जिट गेट भी बंद
Delhi Metro Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार (26 जनवरी) को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) डीएमआरसी ने आज (गुरुवार 28 जनवरी 2021) अपडेट जारी किया है। DMRC ने अपने अधिकारिक ट्विटर पेज पर सूचना दी है कि आज लाल किला मेट्रो स्टेशन (Lal Quila metro station) और जामा मस्टिजद मेट्रो स्टेशन (Jama Masjid metro station) बंद रहेंगे।डीएमआरसी ने कहा है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन और जामा मस्टिजद मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद रहेंगे। दिल्ली मेट्रो ने बताया है कि इसके अलावा सारी सर्विस समान्य रूप से जारी रहेगी। दिल्ली मेट्रो ने ये फैसला सुरक्षा के मद्दे नजर लिया है।

बता दें कि इससे पहले बुधवार (27 जनवरी) को भी दिल्ली मेट्रो ने लाल किला मेट्रो स्टेशन और जामा मस्टिजद मेट्रो स्टेशन को बंद रखा था। बुधवार को लाल किला मेट्रो स्टेशन और जामा मस्टिजद मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद थे।
दिल्ली में किसान हिंसा के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली में मंगलवार कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़पों के बाद कई मेट्रो स्टेशन बंद किए गए थे। लाल किला के बाद किसानों ने ट्रैक्टर रैली के दौरान जमकर हिंसा की थी। जिसकी कई तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए थे। किसानों के ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सिंघु बॉर्डर और लाल किले के पास भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। दिल्ली में आईटीओ, क्नॉट प्लेस, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, मिंटो रोड, राजघाट रोड, लाल किला रोड और प्रगति मैदान की सुरक्षा ज्यादा सख्त की गई है।
दिल्ली पुलिस ने कहा- किसान हिंसा में 300 पुलिस घायल, 22 केस दर्ज
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अभी तक 22 प्राथमिकियां दर्ज की हैं। पुलिस ने कहा, हिंसा में 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने कहा, हिंसा में शामिल किसानों की पहचान करने के लिए कई सीसीटीवी फुटेज और तमाम वीडियो को खंगाला जा रहा है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली पुलिस ने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली के 4 मार्गों पर शांतिपूर्ण परेड निकालने का आश्वासन दिया था, लेकिन मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे छह से सात हजार ट्रैक्टर सिंघू बॉर्डर पर जमा हो गए थे और तय मार्गों के बजाय मध्य दिल्ली की ओर जाने पर जोर देने लगे।